बदलापुर थाने में जन्माष्टमी पर चल रहा था "मुझे नौ लक्खा मंगा दे....", अश्लील डांस पर कोतवाल हो गए निलंबित
जौनपुर के बदलापुर थाना परिसर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर अश्लील नृत्य का आयोजन किया गया। वीडियो वायरल होने पर पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ ने कोतवाल अरविंद पांडेय को तत्काल निलंबित कर दिया। इस घटना से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है और पुलिस की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

जागरण संवाददाता, जौनपुर। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर शनिवार की रात बदलापुर थाना परिसर में अश्लील नृत्य का आयोजन किया गया, जिसके चलते कोतवाल अरविंद पांडेय को पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
दूसरी तरफ निरीक्षक अरविंद कुमार ने इस बारे में पूछे जाने पर खुद को निर्दोष बताया। कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम भक्तिभाव के साथ पूरी शालीनता से चल रहा था। वह श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर पूजन-अर्चन में व्यस्त हो गए। इसी दौरान किसी ने उक्त गीत बजवा दिया।
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यह घटना उस समय प्रकाश में आई जब रविवार सुबह से ही इस डांस का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। इस वीडियो के चलते पुलिस की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा, जिससे मामला और बढ़ गया। पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करती हैं और ऐसी किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग में अनुशासन और नैतिकता का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।
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बदलापुर थाना परिसर में आयोजित इस अश्लील नृत्य कार्यक्रम में स्थानीय लोगों की भीड़ जुटी थी, जो इस नृत्य का आनंद ले रही थी। हालांकि, यह कार्यक्रम पुलिस की निगरानी में आयोजित किया गया था, लेकिन कोतवाल की लापरवाही के कारण यह घटना घटित हुई। वीडियो में दिखाया गया है कि नृत्य के दौरान आपत्तिजनक नृत्य चल रहा था, जो कि समाज में गलत संदेश भेजता है।
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इस घटना के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। स्थानीय नागरिकों ने भी इस घटना की निंदा की है और कहा है कि पुलिस को इस प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि ऐसे आयोजनों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस विभाग में अनुशासन बनाए रखना आवश्यक है और किसी भी प्रकार की लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा।
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इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि पुलिस विभाग को अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेना चाहिए। समाज में पुलिस की छवि को बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि ऐसे मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की जाए। इस प्रकार की घटनाएं न केवल पुलिस की छवि को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज में भी गलत संदेश भेजती हैं। पुलिस विभाग की शाख प्रभावित करता यह खूब इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।
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