यूपी के इस जिले में सड़क के लिए आमरण अनशन पर बैठे ग्रामीण, आश्वासन के बाद भी नहीं बनी
उत्तर प्रदेश के एक जिले में सड़क बनवाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की खराब हालत से उन्हें बहुत परेशानी हो रही है और कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। अधिकारियों ने केवल आश्वासन दिया, लेकिन सड़क अभी तक नहीं बनी है। ग्रामीणों ने मांग पूरी होने तक अनशन जारी रखने की बात कही है।

सड़क निर्माण को लेकर आमरण अनशन पर बैठे ग्राम नसीरपुर-अटरिया के ग्रामीण। जागरण
संवाद सूत्र, जागरण, महेवा (जलौन)। नसीरपुर-अटरिया मार्ग निर्माण को लेकर अब आंदोलन तेज हो गया है। रविवार को आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन करने के बाद आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि मार्ग निर्माण के लिए जब तक ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक अनशन जारी रहेगा।
कालपी विधानसभा के ग्राम नसीरपुर से उरई विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अटरिया तक पक्के मार्ग निर्माण को लेकर एक दशक से मांग उठ रही है। प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को सचेत करने के लिए कई बार दोनों गांवों के लोग प्रदर्शन कर चुके हैं। यहां तक कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में नसीरपुर के ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार का भी कर दिया था। उसी समय निर्वाचन अधिकारी सहित चुनाव लड़ रहे विभिन्न पार्टियों के जनप्रतिनिधियों ने गांव पहुंचकर आश्वासन दिया था कि चुनाव होने के बाद ग्रामीणों की समस्या से शासन को अवगत कराया जाएगा। मार्ग निर्माण के लिए पहल की जाएगी। संसद का चुनाव हुए एक वर्ष से अधिक समय व्यतीत हो जाने के बाद भी मार्ग निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत नहीं हो सकी।
समाजसेवी राकेश चौहान गुरु जी ने बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धरना शुरू किया गया है। रविवार को धरना करने के बाद राकेश चौहान गुरु, रणकेंद्र सिंह, मरजाद सिंह, विश्वनाथ सिंह, बाबूजी अटरिया सहित नौ आंदोलनकारी आमरण अनशन पर बैठ गए। आंदोलनकारियों ने बताया कि इस बीच कोई भी अधिकारी व जनप्रतिनिधि उनके बीच नहीं आया है।
इस मार्ग का स्टीमेट बनाकर भेजा गया है। जब मार्ग स्वीकृत होंगे तो इसे भी स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। पुलिस फोर्स को धरना स्थल पर भेजा गया है।
मनोज कुमार, एसडीएम
इधर, पुल की टूटी रेलिंग को ठीक कराने की मांग
औरैया-जालौन राजमार्ग पर सहाव मोड़ के पास बने लोहिया पुल की रेलिंग टूटने के कारण पुल से गुजरने वाले वाहन चालकों को डर बना रहता है। लोगों ने रेलिंग ठीक कराने की मांग की है। 15 अक्टूबर की दोपहर एक मिनी ट्रक झांसी से दिल्ली जा रही थी। वाहन में टायर लदे थे। जब मिनी ट्रक जालौन से करीब 10 किमी की दूरी पर स्थित जगनेवा पुल के पास पहुंची, तो आगे जा रहे वाहन को ओवरटेक करने के प्रयास में मिनी ट्रक अनियंत्रित हो गया। तेज रफ्तार के कारण वह पुल की रेलिंग से टकरा गई और रेलिंग तोड़कर हवा में लटक गई थी। इसके बाद मिनी ट्रक को हटा दिया गया लेकिन टूटी हुई रेलिंग को सही कराने की सुध किसी ने नहीं ली। जालौन-औरैया मार्ग पर दिन-रात वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। लोहिया पुल की टूटी हुई रेलिंग कभी भी हादसे का सबब बन सकती है। यहां से निकलने वाले लोगों ने टूटी हुई रेलिंग को सही कराने की मांग डीएम से की है।

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