उरई में लखनऊ-झांसी इंटरसिटी ट्रेन के कोच में लगी आग, फायर सेफ्टी सिलिंडर फेल, यात्रियों में हड़कंप
उरई में लखनऊ-झांसी इंटरसिटी ट्रेन के एक कोच में आग लगने से यात्रियों में हड़कंप मच गया। धुंआ उठता देख यात्री डर कर बाहर निकल गए। रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अग्निशमन यंत्रों से आग बुझाने का प्रयास किया। विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने पैनल में आई खराबी को ठीक किया। इस घटना में किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ।

जागरण संवाददाता, उरई। लखनऊ-झांसी इंटरसिटी ट्रेन के एक कोच में आग लग गई। कोच से धुआं उठता देख यात्रियों में हड़कंप मच गया। अफरातफरी में यात्री बाहर निकले। फायर सेफ्टी सिलिंडर से आग बुझाने का प्रयास किया गया लेकिन वह काम नहीं किया।
शनिवार रात को ट्रेन उरई स्टेशन पर आठ बजकर पांच मिनट पर पहुंची। अपने निर्धारित समय के ठहराव के बाद जैसे ही ट्रेन गंतव्य की ओर रवाना हुई। ट्रेन के सी-वन कोच से धुआं निकलने लगा। इससे यात्री घबरा गए। कोच में धुआं उठते ही फायर डिटेक्टिव सिस्टम चालू होने से ट्रेन खड़ी हो गई। ट्रेन के रुकते ही यात्री उससे घबराकर निकलने लगे।
जैसे ही ट्रेन खड़ी हुई ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ स्टाफ मौके पर पहुंचा। दारोगा अनिल कुमार सिंह के साथ सिपाही शिवकुमार शर्मा ने फायर बुझाने वाला सिलेंडर उठाकर चलाया लेकिन वह नहीं चल सका। पता चला उसमें गैस ही नहीं थी और खाली सिलेंडर लगा हुआ था। तत्काल दूसरे कोच एसी-टू में रखे दूसरे सिलेंडर को लाकर पैनल में लगी आग पर चलाया जिससे आग बुझ गई। आग बुझते ही धुआं पूरे कोच में भर गया। सभी यात्री बाहर निकल आए।
ड्यूटी पर तैनात डिप्टी एसएस पीके निरंजन ने अनाउंसमेंट कराया। जिस पर सी एंड डब्ल्यू स्टाफ मौके पर पहुंचा और उन्होंने अपने स्तर के टेक्निकल फाल्ट को ठीक किया। सी एंड डब्ल्यू के एसएसई रामलखन मीणा ने बताया कि यह फाल्ट विद्युत विभाग का है। जिस पर विद्युत विभाग के सेक्शन इंजीनियर मोहित शुक्ला अपनी टीम के साथ पहुंचे और पैनल में आई खराबी को ठीक किया जिसकी वजह से आग लगी थी। इसके चलते ट्रेन आठ बजकर पांच मिनट से आठ बजकर 42 मिनट तक करीब 37 मिनट अतिरिक्त खड़ी रही। जिसकी वजह से यात्रियों को परेशानी हुई।
यात्रियों पर कहना था कि ट्रेन के अंदर रखा फायर बुझाने वाला सिलेंडर खाली पाया गया। अगर यही घटना कहीं बीच में हो जाती तो आग बुझाने में परेशानी होती क्योंकि ट्रेन के कोच में लगा सिलेंडर खाली था। उन्होंने रेलवे के द्वारा की गई लापरवाही के लिए रेलवे के उच्च अधिकारियों से भी जांच की मांग की है।
क्या कहते जिम्मेदार
आरपीएफ कर्मियों ने जिम्मेदारी से काम लिया। ट्रेन के पैनल में लगी आग को न केवल बुझाया बल्कि यात्रियों में किसी तरह का भय का माहौल न बने, इसके लिए भी यात्रियों को प्रेरित करते रहे। समय पर आग बुझाने से कोई नुकसान नहीं हुआ।
अभिषेक कुमार यादव, आरपीएफ इंस्पेक्टर
एसी चेयर कार कोच में लगे विद्युत पैनल में किसी कारण आग लग गई थी। कर्मचारियों ने खराबी को ससमय दूर कर ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया। फायर सिलेंडर खाली कैसे था, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
एसके खरे, स्टेशन अधीक्षक
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