Orai News: ठेकेदार का होना था 20 लाख का भुगतान, बीडीओ ने मांगी रिश्वत तो रंगे हाथ पकड़ी गई
उरई में, मनरेगा ठेकेदार को 20 लाख का भुगतान होना था, लेकिन बीडीओ ने रिश्वत मांगी। एंटी करप्शन टीम ने कदौरा बीडीओ को एक लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड ...और पढ़ें

लाल शाल डाले बीडीओ प्रतिभा शाल्या को साथ लेकर जाते टीम के सदस्य। जागरण
जागरण संवाददाता, उरई। कदौरा निवासी विवान कंट्रेक्शन एंड सप्लायर्स कंपनी के ठेकेदार को इंटरलाकिंग का 9 लाख 86 हजार रुपये भुगतान कराया था। जिसको लेकर बीडीओ प्रतिभा शाल्या के पास फाइल पड़ी थी। बीडीओ चार महीने से भुगतान नहीं कर रही थीं। 20 दिन पहले उन्होंने 1 लाख रुपये सुविधा शुल्क मांगी तो ठेकेदार ने केंद्रीय सतर्कता विजिलेंस टीम झांसी में संपर्क कर इसकी शिकायत कर दी थी।
टीम के दो सदस्य 20 दिन से लगातार बीडीओ के काम की निगरानी कर रहे थे। बुधवार को टीम प्रभारी पीयूष के कहने पर ठेकेदार रुपये लेकर पहुंचा तो टीम के आठ सदस्य मजदूर बनकर पहुंच गए। जैसे ही बीडीओ को रुपये दिए तो टीम के सदस्यों ने उन्हें पकड़ा लेकिन वह भागने लगीं। बाद में उनके हाथ धुलवाए और गिरफ्तार कर थाने ले जाया गया। अभी थाने में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
कस्बा के सिद्धार्थ नगर निवासी विवान कंट्रेक्शन एंड सप्लायर्स कंपनी के ठेकेदार विवेक कुमार ने धमना स्थित परिषदीय विद्यालय परिसर में 9 लाख 86 हजार रुपये की लागत से इंटरलाकिंग का कार्य कराया था। कार्य पूरा होने के बाद भुगतान फाइल चल रही थी, करीब चार महीने पहले कार्य को ठेकेदार के द्वारा पूरा करवा लिया गया था। भुगतान के लिए बीडीओ प्रतिभा शाल्या बराबर टरका रही थीं।
जब उन्होंने कारण पूछा तो 20 दिन पहले कहा गया था कि भुगतान के एवज में एक लाख रुपये का सुविधा शुल्क लगेगा। इसके बाद विवेक कुमार ने केंद्रीय सतर्कता विजिलेंस टीम झांसी में इसकी 20 दिन पहले ही शिकायत कर दी थी। टीम के प्रभारी पीयूष पांडेय ने दो लोगों को उसी दिन से निगरानी के लिए नगर में भेज दिया था।जो कि लगातार साक्ष्य जुटा रही थी। पूरे साक्ष्य होने के बाद टीम के प्रभारी ने विवेक कुमार से सोमवार को कहा कि वह बीडीओ को बुधवार को रुपये दें।
इसके बाद पीड़ित विवेक कुमार ने बीडीओ से कहा कि वह बुधवार को रुपये दे देंगे उनका भुगतान कर दिया जाए। बीडीओ ने शाम को रुपये लेकर आवास पर बुलाया। इसके पहले टीम प्रभारी पीयूष पांडेय, महिला साथी किरण पाल व हेमलता के साथ कुल 8 लोग आवास के आसपास मजदूर बनकर पहुंच गए थे। जैसे ही विवेक कुमार बीडीओ के आवास पर गए तो टीम की महिला साथी भी धीरे से अंदर पहुंच गईं।
विवेक ने जब बीडीओ प्रतिभा शाल्या को लिफाफे से निकालकर रुपये दिए तो केंद्रीय सतर्कता विजिलेंस टीम झांसी के सदस्यों ने उन्हें पकड़ना चाहा तो वह भागने लगीं लेकिन उनको पकड़ लिया। उनके हाथ जब केमिकल वाले पानी में धुलवाते तो उसका रंग लाल हो गया। इसके बाद बीडीओ प्रतिभा शाल्या को पकड़कर थाने ले गए और जरूरी कार्रवाई की। टीम के प्रमुख पीयूष पांडेय ने बताया कि गुरुवार को बीडीओ को प्रीवेंशन आफ करप्शन न्यायालय लखनऊ में पेश किया जाएगा। वहां मुकदमा दर्ज कराएंगे। कदौरा थाना प्रभारी प्रभात सिंह ने कहा कि उन्हें अभी शिकायती पत्र नहीं मिला है।

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