मासूम बच्चे को सिगरेट पिलाने वाले डॉक्टर पर एक्शन, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था VIDEO
कुठौंद सीएचसी के डॉक्टर सुरेश चंद्रा को एक बच्चे को सिगरेट पिलाने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच में मामला सही पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई। उन्हें मंडलीय अपर निदेशक झांसी के कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता उरई। कुठौंद कस्बा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर सुरेश चंद्रा पर शासन ने मंगलवार को निलंबन की कार्रवाई कर दी। डाक्टर का बीते सात अप्रैल को सीएचसी परिसर में पांच वर्षीय मासूम बच्चे को सिगरेट पिलाने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी के साथ प्रसारित हुआ था।
वीडियो प्रसारित होने पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के आदेश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा ने डाक्टर के विरुद्ध कुठौंद थाना में मुकदमा दर्ज कराया था।
इधर शासन में उच्च स्तरीय जांच चल रही थी। स्वास्थ्य मंत्री ने जांच रिपोर्ट में मामला सही पाए जाने पर डाक्टर को निलंबित करते हुए उन्हें मंडलीय अपर निदेशक झांसी के कार्यालय संबद्ध कर दिया है।
जनपद की कुठौंद सीएचसी में तैनात डॉ सुरेश चंद्रा का पांच वर्षीय मासूम बच्चे को सिगरेट पिलाकर उसे सिखाने का वीडियो बीते सात अप्रैल को तेजी के साथ इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था।
जिसमें डाक्टर एक मासूम बच्चे के मुंह में सिगरेट लगाते हैं, फिर उसे अपनी जेब से लाइटर निकाल कर सुलगाते हुए बच्चे को अंदर कश मारने को कह रहे हैं, बाद में वह सिगरेट स्वयं मुंह में लगाकर कश मारकर बच्चे को दिखाते हैं और फिर उसे बच्चे के मुंह में लगा देते हैं।
देखने पर लग रहा था कि डॉक्टर ने स्वयं ही इसका वीडियो बनवाया हो, क्योंकि वीडियो में दूसरे व्यक्ति की आवाज भी सुनाई पड़ रही थी। डॉक्टर का मासूम बच्चे को सिगरेट पिलाने का वीडियो प्रसारित होते ही स्वास्थ्य विभाग में अफरातफरी मच गई थी।
इधर घटना के आठ दिन पहले ही सीएमओ ने डॉक्टर को जिला टीबी अस्पताल उरई के लिए स्थानांतरित करने का आदेश किया था, डाक्टर ने टीबी अस्पताल में अपना कार्यभार नहीं संभाल पाया था, कि उनका मासूम को सिगरेट पिलाने का वीडियो प्रसारित हो गया।
जिसकी गूंज जब शासन पर सुनाई पड़ी तो स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर सीएमओ ने डॉक्टर के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज करा दिया। इधर शासन के आदेश पर डाक्टर के इस कृत्य की विभागीय जांच शुरू हो गई। तभी से मामले में जांच चल रही थी।
मंगलवार को जांच रिपोर्ट सही पाए जाने पर शासन ने डाक्टर के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई कर दी। साथ ही डाक्टर को मंडलीय अपर निदेशक झांसी के कार्यालय में संबद्ध कर कर दिया गया है। इस बात की पुष्टि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने एक्स पर की है।
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