यूपी का ये जिला होगा 'स्मार्ट' रीचार्ज पर बिजली: प्रीपेड में बदलेंगे 70 हजार मीटर, किश्तों में जमा कर सकेंगे बकाया
हाथरस में बिजली विभाग ने स्मार्ट मीटरों को पोस्टपेड से प्रीपेड में बदल दिया है। अब जितना रिचार्ज कराओगे उतनी बिजली मिलेगी। बकायेदारों को किश्तों में बिल जमा कराने की सुविधा दी गई है। एक साथ रिचार्ज कराने पर 10 से 25 प्रतिशत का बोनस भी मिलेगा। उपभोक्ता घर बैठे स्मार्ट बिल एप से मीटर को रिचार्ज कर सकते हैं।

आकाश राज सिंह. जागरण, हाथरस। बिजली विभाग ने स्मार्ट मीटर लगाकर ग्राहकों को स्मार्ट बना दिया है। अब इन मीटरों को पोस्टपेड से प्रीपेड में बदल दिया गया है। अब इसमें सिक्योरिटी की धनराशि को प्रीपेड में जोड़ दिया गया है। इसमें जितना रिचार्ज कराओगे उतनी ही बिजली मिलेगी। महीने की निर्धारित तिथि तक हर हालत में बिल जमा कराना होगा।
बकायेदारों के लिए इसमें किश्तों में बिल जमा कराने की सुविधा भी दी गई है। इतना ही नहीं एक साथ रिचार्ज कराने पर धनराशि के अनुसार दस से 25 प्रतिशत का बौनस भी दिया जा रहा है। ग्राहक इससे घर बैठे मीटर को रिचार्ज कर बिजली का उपयोग कर सकते हैं।
स्मार्ट हुआ यूपी का ये जिला, रीचार्ज पर मिलेगी बिजली
जिले में विभाग ने उपभोक्ताओं को स्मार्ट बनाना शुरू कर दिया है। इसके लिए उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। जहां लगाने से को रह गए हैं, वहां भी मीटर लगाने का कार्य चल रहा है। स्मार्ट मीटर जहां लगा दिए गए हैं, उन्हें अब प्रीपेड किया जाएगा। इसके लिए अब उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर पर मैसेज पहुंचना शुरू हो गया है।
70 हजार मीटर होंगे प्रीपेड
फिलहाल प्रथम चरण में 70 हजार मीटरों को प्रीपेड किए जाने की तैयारी है। इसके लिए प्रक्रिया भी शुरू करा दी गई है। अभी तक यह मीटर पोस्टपेड की तरह कार्य कर रहे थे। महीने की निर्धारित तिथि को बिल आता था, उसे नियत तिथि पर ही जमा करना होता था। बिल जमा नहीं होने पर बिजली गुल कर दी जाती थी।
प्री जितना रीचार्ज, उतनी मिलेगी बिजली
प्रीपेड मीटर होने के बाद उपभोक्ताओं से बिजली का बिल एडवांस में लिया जाएगा। यानी कि उपभोक्ता जितना रीचार्ज कराएंगे, उतने की ही बिजली जला सकेंगे। रीचार्ज खत्म होने पर उपभोक्ता के मोबाइल पर पहले मैसेज आएगा, यदि वह रीचार्ज नहीं कराएंगे तो उनकी आपूर्ति ठप हो जाएगी। हालांकि यह बिजली रात में नहीं कटेगी। उपभोक्ताओं को अधिक धनराशि से रिचार्ज कराने पर 10 से 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
स्मार्ट बिल एप से भर सकते हैं बिल
स्मार्ट मीटरों को अब प्रीपेड मीटर में बदला जा रहा है। इसमें मोबाइल की तरह मीटर को रिचार्ज कराना होगा। उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए डीवीवीएनएल स्मार्ट बिल एप शुरू किया गया है। इससे बिल प्रबंधन, भुगतान, ऊर्जा उपयोग, सुरक्षा, सुविधाओं की जानकार घर बैठे मिलेगी। कितनी बिजली कब और कैसे खर्च हुई इसका भी पता चल जाएगा। इस एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
एकमुश्त या किश्तों में जमा कर सकेंगे बकाया
उपभोक्ताओं को पिछले पोस्टपेड बिल की तिथि से प्रीपेड में बदलाव तक की अवधि का भुगतान करना होगा। अगर किसी उपभोक्ता की सुरक्षा राशि 700 रुपये है और एक जुलाई से 31 जुलाई तक का बिल 2000 रुपये है, तो सिक्योरिटी समायोजन के बाद 1300 रुपए का बकाया रहेगा। प्रीपेड के बाद 30 दिन का ग्रेस पीरियड मिलेगा। इसमें कनेक्शन रिचार्ज करना होगा। बकाया राशि एकमुश्त या किश्तों में जमा कर सकेंगे।
बकाएदारों को जमा करनी प्रत्येक रिचार्ज पर निर्धारित धनराशि
बकाया धनराशि, रिचार्ज पर जमा न्यूनतम धनराशि प्रतिशत में
- दस हजार रुपये तक, 10
- 10 से 15 हजार तक, 15
- 15 से 20 हजार तक, 20
- 20 हजार से अधिक तक, 25
प्रमुख तथ्य
- शाम छह बजे से सुबह आठ बजे के बीच, ग्रेस पीरियड के दौरान, इमरजेंसी क्रेडिट अवधि में और सार्वजनिक अवकाश व रविवार को प्रीपेड कनेक्शन नहीं काटा जाएगा।
- बैलेंस खत्म होने के बाद भी तीन दिन का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।
- प्रीपेड मीटर के साथ उपभोक्ताओं को निर्धारित बिजली टैरिफ पर दाे प्रतिशत की छूट मिलेगी।
स्मार्ट मीटरों का विवरण
- जिले में लगने वाले स्मार्ट मीटरों की संख्या- 230,000
- अब तक जिले में लगे स्मार्ट मीटर की संख्या- 61836
- शहर में प्रीपेड में बदले मीटरों की संख्या- 22000
- जिले में प्रीपेड में बदले पोस्टपेड मीटरों की संख्या- 40000
बोले उपभोक्ता
स्मार्ट मीटर लगा दिए गए हैं। अब उनका बिल मैसेज आने पर जमा किया जा रहा है। अब रिचार्ज कराने पर ही बिजली मिलेगी। यह सुविधा कितनी अच्छी है, आगे चलकर पता चलेगी। - संजीव कुमार, उपभोक्ता
उपभोक्ताओं को स्मार्ट बनाने का काम किया जा रहा है। बहुत से उपभोक्ता ऐसे हैं जो एप नहीं चलाना जानते हैं उन्हें स्मार्ट मीटर से परेशानी हो रही है। - विजयपाल सिंह, उपभोक्ता
स्मार्ट मीटर लोगों के लिए लाभ का सौदा कम घाटे अधिक दे रहे हैं। अब रिचार्ज कराने पर उतनी ही बिजली मिलेगी। इससे किसी परिस्थिति में रिचार्ज नहीं होने पर घर में अंधेरा रहेगा।- अमित शर्मा, उपभोक्ता
स्मार्ट मीटर की सुविधा अभी ठीक नहीं है। अभी इसके लिए उपभोक्ताओं को पहले जागरूक किया जाना चाहिए था। उन्हीं के यहां यह मीटर लगाए जाएं जो इच्छुक हों। - त्रिलोकी, उपभोक्ता
स्मार्ट मीटरों को पोस्टपेड से प्रीपेड में बदला जा रहा है। इससे अब जितना रिचार्ज कराओगे उतनी ही बिजली जला सकेंगे। इसमें बकाएदारों को किश्त व एक मुश्त में बकाया जमा कराने की सुविधा रहेगी। उपभोक्ताओं को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। - विश्वेंद्र चौहान, अधीक्षण अभियंता, हाथरस।
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