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    अब जिला अस्पताल में एक रुपये में डायलिसिस

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 11 Aug 2022 04:04 AM (IST)

    अब जिला अस्पताल में एक रुपये में डायलिसिस

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    अब जिला अस्पताल में एक रुपये में डायलिसिस

    अब जिला अस्पताल में एक रुपये में डायलिसिस

    संवाद सहयोगी, हाथरस : लंबे इंतजार के बाद जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा शुरू गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला अस्पताल में अत्याधुनिक डायलिसिस यूनिट का आनलाइन शुभारंभ किया। यहां अब एक रुपये के पर्चे पर मरीजों को डायलिसिस की सुविधा दी जा रही है। पहले दिन चार मरीजों ने डायलिसिस कराई। उद्घाटन समारोह में जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। जिला अस्पताल परिसर में डायलिसिस यूनिट की मांग लंबे समय से थी। बुधवार को यह मांग पूरी हो गई। अस्पताल में एक दिन में कुल 18 मरीजों की डायलिसिस की जाएगी। इसके लिए 10 बेड का हाल तैयार किया गया है। फिलहाल छह बेड पर मशीनें लगा दी गई हैं। शेष पर मशीनों को सेट किया जा रहा है। एक मशीन को एचसीवी (हेपेटाइटस सी वायरस) संक्रमित मरीजों के लिए सुरक्षित रखा गया है। उद्घाटन के दौरान सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर, सिकंदराराऊ विधायक बीरेंद्र सिंह राणा, भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव आर्य, डीएम रमेश रंजन, नगर पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा, सीडीओ सत्यप्रकाश मिश्रा, सीएमओ डॉ.मंजीत सिंह व सीएमएस डॉ.सूर्य प्रकाश मौजूद रहे। एक वर्ष से बन रहा था भवन जिला अस्पताल में डायलिसिस यूनिट के लिए एक साल से भवन निर्माण चल रहा था। बुधवार को दिल्ली की डीसीडीसी किडनी केयर कंपनी ने अपने आधा दर्जन कर्मचारियों के साथ यूनिट को चालू किया। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आनलाइन किया। इस दौरान अस्पताल में चार मरीजों को भर्ती कर डेमो दिखाया गया। डीसीडीसी कंपनी के रीजनल मैनेजर जुबैर खान ने बताया कि अभी यूनिट में छह डायलिसिस के बेड सहित कुल 10 बेड लगाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर यूनिट में मशीनों के साथ बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। एक रुपये में मिलेगा इलाज : डीएम डीएम रमेश रंजन ने बताया कि अस्पताल की डायलिसिस यूनिट चालू होने से लोगों को एक रुपये में इलाज मिलेगा। उन्होंने कहा कि एक मरीज का डायलिसिस करने में पांच घंटे लगते हैं। इसके बाद करीब एक घंटे तक मशीन को साफ करने में लगता है। इसके बाद दूसरी शिफ्ट चालू होगी। इसी तरह आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में एक दिन में कुल 18 मरीजों की डायलिसिस होगी। निजी अस्पतालों में डायलिसिस के तीन से पांच हजार रुपये है शुल्क थकान, सूजन और सांस फूलने जैसे लक्षण दिखाई देना मेडिकल की भाषा में यूरीमिया कहते हैं। ऐसे समय में सामान्य चिकित्सा प्रबंधन अपर्याप्त हो जाता है और मरीज को डायलिसिस शुरू करने की आवश्यकता होती है। इस दौरान मरीज का प्रति सप्ताह डायलिसिस करना होता है। इसके लिए निजी अस्पतालों में तीन से पांच हजार रुपये शुल्क देना पड़ता है, जबकि जिला अस्पताल में एक रुपये में डायलिसिस होने से काफी राहत मिलेगी। बोले मरीज अलीगढ़ आगरा जाते थे, दो बार में छह हजार रुपये होता था खर्च सासनी निवासी मिथलेश ने बताया कि डायलिसिस के लिए सप्ताह में दो बार अलीगढ़ जाना पड़ता था। छह हजार रुपये डायलिसिस और गाड़ी का किराया अलग से लगता था। इन समस्याओं से निजात मिल गई। -- इगलास अड्डा के मनोज ने बताया कि किराये की गाड़ी से आगरा जाता हूं। एक बार में चार-पांच हजार रुपये का खर्चा आता था। जिला अस्पताल में डायलिसिस शुरू हो जाने से काफी राहत मिली है। -------- यलिसिस यूनिट में आठ कर्मचारी डायलिसिस यूनिट टीम में आठ सदस्य हैं, इनमें डा. आमिर डीएमओ, जुबेर खान रीजनल मैनेजर, अरमान खान सीनियर टेक्नीशियन, राम सिसोदिया सीनियर टेक्नीशियन, अंकित जूनियर टेक्नीशियन, अभिषेक जूनियर टेक्नीशियन, प्रीति सेंटर मैनेजर व प्रेमपाल हाउसकीपिंग मौजूद है।

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