Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सेना-CBI अफसर बनकर की करोड़ों की ठगी, हाथरस पुलिस ने 6 साइबर जालसाजों को किया गिरफ्तार

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 10:22 PM (IST)

    हाथरस पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये ठग सेना और सीबीआई अधिकारी बनकर लोगों को ट्रांसफर का झांसा देते थे और सस्ते दामों पर सामान बेचने के नाम पर ठगी करते थे। वे गरीब लोगों के नाम पर खाते खुलवाकर ठगी की रकम उसमें जमा करवाते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से नगद-एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।

    Hero Image
    सेना के अधिकारी बन एक करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले छह दबोचे।

    जागरण संवाददाता, हाथरस। कोतवाली सदर और एसओजी टीम ने शुक्रवार को साइबर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित भरतपुर और आगरा के रहने वाले हैं।

    यह लोग सेना और सीबीआई के अधिकारी बनकर अपने ट्रांसफर होने की बात कहकर घरेलू सामान सस्ते दाम में बेचने के नाम पर ठगी करते हैं। गरीब और भोले भाले लोगों को प्रलोभन देकर उनकी आइडी पर खाता खुलवाते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इन्हीं खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर कराते हैं। इसके बाद एटीएम से इस रकम को निकाल लेते हैं। यह गिरोह सैकड़ों लोगों से एक करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है।

    एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने इस संबंध में कोतवाली सदर में प्रेसवार्ता में बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में राजस्थान के भरतपुर जिले के थाना कामा क्षेत्र के गांव टायडा निवासी वसीम पुत्र शमी, इसी थाना क्षेत्र के गांव उधाका निवासी तारिफ पुत्र इदरीश, इरफान पुत्र रज्जाक, आगरा के शाहगंज क्षेत्र के हाामिदनगर निवासी अंसार पुत्र अनवर, आजमपाड़ा निवासी हमजा पुत्र इमराम और लोहामंडी बिल्लौचपुरा निवासी हाशिम कुरैशी पुत्र इरशाद शामिल हैं।

    पूछताछ में आरोपितों ने बताया है कि उनका एक संगठित गिरोह है। जो कि अलग-अलग जगहों के लोगाें से एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है। गिरोह के सदस्य अंसार, हमजा, हासिम, तारीफ, इरफान गरीब और भोले-भाले लाेगों को रुपयों का लालच देकर उनकी आईडी से बैंक खाता खुलवाते हैं। उनका लोन कराने का भी लालच देते हैं।

    एक खाते के लिए वसीम उन्हें पांच हजार रुपये देता है, इनमें से 2500 रुपये खाता खुलवाने वाले व्यक्ति को दे दते हैं। खातों में लगे रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और एटीएम कार्ड वसीम ले लेता है। वसीम अपने गांव टायडा के ही मुस्तकीम पुत्र असर खां, आरिफ पुत्र दिलदार, अलताफ पुत्र कमर खां, इरफान पुत्र कमर खा, वारिस पुत्र दिलदार, शाहिल पुत्र आस मोहम्मद, आविद की मदद से लोगों को काल करवाता है।

    यह सातों लोग सेना और सीबीआई के अधिकारी बनकर लोगों को काल करते हैं। अपना ट्रांसफर होने की बात बताते हुए लोगों का विश्वास जीतते। फिर अपना घरेलू सामान कम कीमत पर बेचने का लालच देते थे। इसके एवज में एडवांस के तौर पर 20 से 30 हजार रुपये उक्त खातों में ट्रांसफर करा लेते हैं।

    इसके बाद वसीम एटीएम के माध्यम से इस रकम को निकलवा लेता है। पुलिस ने हाथरस में एटीएम से रकम निकालने के दौरान इस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

    उनके पास से 15000 रुपये नगद, 17 एटीम कार्ड, आठ मोबाइल, 13 कूटरचित आधार कार्ड, एक पासबुक भी बरामद की है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सदर गिरीश चंद्र, एसओजी प्रभारी धीरज गौतम टीम के साथ शामिल रहे।