Hathras News: बाबूजी धीरे चलना राह में जरा संभलना, गहरे गड्ढे हैं ...
हाथरस में गहरे गड्ढों चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। करीब छह किलोमीटर तक यह सड़क जर्जर बनी हुई है। इसके चलते वाहन चालकों के अलावा सबसे अधिक दिक्कतें स्कूल जाने छात्र-छात्राओं को झेलनी पड़ रही हैं।
हाथरस, जागरण संवाददाता। बाबूजी धीरे चलना राह में जरा संभलना, फिल्म आरपार का यह गाना आजकल सासनी-इगलास मार्ग पर सटीक बैठ रहा है। इस में मार्ग deep potholes गहरे-गहरे गड्ढों चलते आए दिन यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं। करीब छह किलोमीटर तक यह सड़क जर्जर बनी हुई है। इसके चलते वाहन चालकों के अलावा सबसे अधिक दिक्कतें स्कूल जाने विद्यार्थियों को झेलनी पड़ रही हैं।
यह भी पढ़ें- Aligarh News: राशन, वैक्सीन और पीएम आवास के सहारे चुनाव की तैयारी, भाजपा बना रही रणनीति
बीस साल पहले बनी सड़क में deep potholes
जिले में सड़कों की हालत जर्जर बनी हुई है। ऐसा ही हाल सासनी कोतवाली चौराहा से इगलास तक जा रही सड़क का बना हुआ है। इस सड़क को बने हुए करीब 20 साल हो चुकी है। इसके बाद इस सड़क का कोई ख्याल संबंधित विभाग को नहीं आया है। इस सड़क से प्रतिदिन सैकड़ों राहगीर व वाहन चालक गुजरते हैं। यह मार्ग इगलास होते हुए मथुरा-अलीगढ़ और गोंडा के रास्ते गौतमबुद्धनगर व पलवल तक जा रहा है। इसके बाद भी इस सड़क को ठीक करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। इस जर्जर सड़क के लिए पीडब्लूडी व ग्राम प्रधान जिम्मेदार हैं।
यह भी पढ़ें: CM Yogi बोले, अलीगढ़ बनेगा Logistics और Transport का हब, इन चार उपलब्धियों से ऊंचाइयों को छूएगा Aligarh
हाथरस में जर्जर पड़ा छह किलोमीटर मार्ग
सासनी कोतवाली चौराहा से लेकर यह मार्ग करीब छह किलोमीटर तक जर्जर पड़ा हुआ है। महेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि सड़क में एक फीट से भी गहरे सैकड़ों गड्ढे deep potholes हो गए हैं। इसके चलते इस मार्ग से गुजरते समय वाहन हिचकोले खाते हैं। कब कहां वाहन पलट जाए या किसी अन्य वाहन से टकरा जाए, कुछ पता नहीं चलता है। यहां आए दुर्घटनाएं हो रही हैं।
deep potholes से गुजरते हैं दस गांव के सैकड़ों राहगीर
सासनी से इगलास जा रहे मार्ग पर सबसे अधिक स्थिति गांव के पास बनी हुई है। धीरेंद्र दीक्षित बताते हैं कि इस मार्ग पर नगला गढ़ु, बसगोई, नगला बाग, नगला बीरवल, हर्दपुर, खोंड़ा, गड़उआ, दिनावली सहित 10 से अधिक गांव बसे हुए हैं। गांव के पास बने गड्ढों deep potholes में जलभराव हो जाने से यह वाहनों के निकलने में दिक्कते होती हैं। सबसे अधिक परेशानी स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं को हो रही हैं।