Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UPPCL: यूपी के इस जिले के 40 हजार उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर, अब जल्द मिलेगी 24 घंटे पूरी बिजली

    Updated: Sun, 16 Jun 2024 09:44 AM (IST)

    Hathras News रिवैंप योजना के तहत शहर में कराया जा रहा है अनुरक्षण का कार्य। इसमें बदले जा रहे हैं जर्जर बंच केबल पोल व उपकरण। ट्रांसफार्मर व वीसीबी व उपकरणों की बढ़ाई जा रही है क्षमता। प्रगतिपुरम वाटरवक्र्स सहित कई बिजलीघरों पर हो चुका 60 प्रतिशत कार्य। बिजली आपूर्ति में भी उपभोक्ताओं को मिलने लगी है राहत कम हुई कटौती।

    Hero Image
    हाथरस में वीसीबी व बंच केबल बदलने का कार्य तेजी से चल रहा है। सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता,हाथरस। शहर में 40 हजार उपभोक्ताओं को निर्वाध बिजली आपूर्ति के लिए अब अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ट्रांसफार्मर से लेकर वीसीबी व बंच केबल बदलने का कार्य तेजी से चल रहा है। सौ किलोमीटर से अधिक की बंच केबल अभी तक शहर में बदली जा चुकी है। शहर में करीब 60 प्रतिशत कार्य पूरा भी हो गया है। अधिकारी इस कार्य को पूरा करने के लिए समय-समय पर उसका निरीक्षण कर रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पांच साल से बिजली को लेकर समस्या शहर में बनी हुई थी। इसमें जगह-जगह जर्जर बंच केबल व ट्रांसफार्मर इस समस्या को और बढ़ा रहे थे। जरा सा लोड बढ़ते ही बंच केबल ही नहीं ट्रांसफार्मर भी फाल्ट का शिकार हो रहे थे। विभाग के इंजीनियर बताते हैं कि इस समस्या को दूर करने के लिए रिवैंप योजना के तहत करोड़ों रुपये की धनराशि से जिले के साथ शहर में बिजली का कायाकल्प हो रहा है।

    इस कार्य को करीब आठ महीने से अधिक हो गए हैं। इसमें बंच केबल के साथ सभी उपकरण बदले ही नहीं जा रहे उनकी क्षमता वृद्धि भी की जा रही है। यह कार्य पूरा होते ही शहर में निर्वाध बिजली आपूर्ति शुरू हो जाएगी। इसका लाभ शहर व सीमाविस्तारित क्षेत्र के 40 हजार उपभोक्ताओं को मिलेगा।

    ये भी पढ़ेंः UP Politics: अखिलेश यादव के सीट छोड़ते ही राजनीतिक हलचल हुई तेज, पूर्व विधायक ने सपा प्रमुख से मांगा टिकट

    कुछ माह का इंतजार, दूर होगी कटौती की समस्या

    शहर में उपभोक्ताओं को निर्बाध और सुरक्षित बिजली देने के लिए रिवैंप योजना से जिले में कार्य हो रहे हैं। वहीं फाल्ट होने पर अब सिर्फ एक ही लाइन प्रभावित होगी। सभी लाइनों को बंद नहीं करना पड़ेगा। इंजीनियर बताते हैं कि 33 व 11 केवी की नवीन लाइन का निर्माण, क्षमता वृद्धि, लो वोल्टेज तंत्र का सुदृढ़ीकरण और सुरक्षित विद्युत आपूर्ति को आरमर्ड सर्विस केबल लगाने के साथ उपकरणों को भी बदला जा रहा है।

    ये भी पढ़ेंः टायर में हवा कम है...आगरा के डायमंड कारोबारी ने जैसे ही देखा; कार से 1 करोड़ के हीरे से भरा बैग हो गया चोरी

    लगे दो हजार से अधिक पोल

    शहर में जर्जर बिजली व्यवस्था को बदलने के लिए दो हजार से अधिक पोल लगाए जा चुके हैं। इनमें जर्जर पोल को बदला जा रहा है। जिले में करीब 550 किलोमीटर बंच केबल डाली जा रही है। इसमें से दो किलोमीटर केबल शहर व उसके आसपास बदली जा रही है। 100 किमी से अधिक केबल बदली जा चुकी है। दो हजार से अधिक पोल व सौ से अधिक ट्रांसफार्मर बदल दिए गए हैं। यह कार्य 25 मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा।

    शहर में बंच केबल, ट्रांसफार्मर, पोल व अन्य विद्युत उपकरण बदलने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस कार्य के पूरा होते ही निर्वाध बिजली आपूर्ति नियमानुसार उपभोक्ताओं मिलने लगेगी। रिवैंप योजना के तहत यह कार्य शहर के साथ पूरे जिले में चल रहा है। - मनीष कुमार, अधीक्षण अभियंता।