आजम परिवार को बड़ी राहत, 16 महीने बाद जेल से बाहर आए अब्दुल्ला आजम
रामपुर के पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम 16 महीने बाद हरदोई जिला कारागार से रिहा हो गए। उनकी रिहाई को लेकर मुरादाबाद की सांसद रुचि वीरा और रामपुर की चेयरमैन समेत काफी संख्या में लोग जिला कारागार के गेट पर सुबह ही पहुंच गए। अब्दुल्ला आजम ने किसी से कोई बात नहीं की समर्थकों का आभार जताते हुए वह काफिले के साथ रवाना हो गए।

जागरण संवाददाता, हरदोई। जिला कारागार में 16 माह से अधिक समय से बंद सपा नेता रामपुर के पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम मंगलवार को जमानत पर रिहा हो गए। छह दिन पहले रामपुर एमपी-एमएलए कोर्ट से उनकी जमानत मंजूर हो गई थी। विधिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें रिहा किया गया।
पूर्व विधायक को लेने के लिए मुरादाबाद की सांसद रुचि वीरा समेत काफी संख्या में समर्थक भी आए। अब्दुल्ला आजम तो कुछ नहीं बोले, हां सांसद ने जरूर उनकी रिहाई पर खुशी जताते हुए सरकार पर पूर्व मंत्री आजम खां के परिवार पर जुल्म ढाने का आरोप लगाया।
रामपुर के पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम दो जन्म तिथि के आरोप में हुई सात वर्ष की सजा के बाद 22 अक्टूबर 2023 को हरदोई जिला कारागार में बंद थे।
जेल अधीक्षक एससी त्रिपाठी ने बताया कि अपराध संख्या 126-20 धारा-420, 468, 120 बी सिविल लाइन रामपुर एवं 40 अन्य वादों में प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरित होकर हरदोई कारागार आए थे। उनके सभी वादों में मंगलवार को रिहाई आदेश प्राप्त हो गया था और उसी के क्रम में अब्दुल्ला आजम को रिहा किया गया।
पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम की रिहाई को लेकर मंगलवार की सुबह से ही काफी संख्या में उनके समर्थक हरदोई पहुंच गए। मुरादाबाद की सांसद रुचि वीरा और रामपुर नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष फातिमा जबी भी पहुंची।
करीब 11.40 बजे अब्दुल्ला आजम खुशी खुशी कारागार के गेट से बाहर आए तो भारी संख्या में उनके समर्थकों ने उन्हें घेर लिया। पहले ही मौजूद पुलिस फोर्स ने किसी तरह पूर्व विधायक को उनकी गाड़ी में बैठाया। अपने साथियों के साथ वह कारागार से निकल गए।
इस बीच उन्होंने अपने समर्थकों का आभार तो जताया, लेकिन कुछ बोले नहीं। उन्हें लेने आईं सांसद रुचि वीरा ने खुशी जताते हुए कहा कि न्यायपालिका पर पहले भी भरोसा था। अब भी है। न्याय मिला है, आगे भी मिलेगा। वैसे तो 6 दिन पहले ही आदेश हो गया था,लेकिन रिहाई आज हो सकी।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री आजम खां बड़े नेता हैं। उन्होंने खून-पसीने से समाजवादी पार्टी को सींचा है। प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने आजम खां के परिवार के साथ बड़ा जुल्म किया है।
चौपाल सागर पर वाहनों के साथ खड़े रहे समर्थक अब्दुल्ला आजम खां को लेने के लिए शहर में तो सिर्फ तीन गाड़ियां ही आईं थीं, लेकिन शाहजहांपुर मार्ग पर चौपाल सागर के पास भारी संख्या में वाहन और उनके समर्थक स्वागत के लिए डटे थे। वहीं पर अब्दुल्ला आजम खां के मौसा व मौसी भी मौजूद थे। अब्दुल्ला आजम वहां पर रुके और मौसा-मौसी और समर्थकों से मिलकर वाहनों के काफिला संग रवाना हो गए।
..तो अब्दुल्ला आजम ने जेल में नहीं कटवाए बाल
22 अक्टूबर 2023 की सुुबह रामपुर से हरदोई जिला कारागार लाए गए पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम खां के बाल बहुत छोटे थे,लेकिन 25 फरवरी 2025 को जब वह जेल से बाहर निकले तो उन्होंने बालों की चोटी कर रखी थी। कुछ समर्थक ऐसे थे जोकि अब्दुल्ला आजम जब जेल गए थे तब भी आए थे और रिहाई के समय भी लेकर आए। वह उन्हें देखकर बोले तो विधायक जी ने जेल में अपने बाल नहीं कटवाए।
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