बाढ़ के पानी से सड़ रही किसानों की फसलें, भारी नुकसान से टेंशन में जिले के लोग
हापुड़ में गंगा के किनारे जंगल में बाढ़ का पानी जमा होने से किसानों की फसलें सड़ रही हैं। नालों की सफाई न होने के कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। किसानों ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा है कि वे इस मामले में ध्यान नहीं दे रहे हैं।

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़)। हापुड़ में गंगा की तलहटी के जंगल में बाढ़ के पानी की निकासी नहीं होने पर फसल में जल भराव है। करीब दो माह से फसलों में रूके पानी ने सड़न कर बदबू कर दी है। किसान को झटके पर झटके लग रहे है। किसानों के सामने भारी परेशानी झेलने के अलावा कोई चारा नहीं है।
किसान नजाकत अली ने बताया कि बारिश के मौसम में हर साल गंगा की बाढ़ आती है। बारिश से पहले नालों की सफाई कराई जाती है। इस बार नालों की सफाई नहीं होने से जंगल में पानी रुक गया। दो महीना से फसल में पानी रुक कर सड़न कर रहा है। फसल को भारी नुकसान है।
किसान उत्तम चंद मोनू ने बताया नालों की सफाई नहीं होने पर जंगल से बाढ़ का पानी नहीं निकला जो सड़न कर रहा है।नालों की सफाई के लिए कई बार चेताया मगर गौ नहीं किया। जिम्मेदारों ने बड़े ज्यादा बताकर कन्नी काट ली किसान मार झेल रहा है।
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ज्ञान सिंह ने बताया कि खादर में पहली बार जंगल में इतने समय तक पानी रुका है। बाढ़ हर साल आती है पानी अपनी राह बनाकर निकल जाता था। इस बार जंगल में पानी सड़न कर रहा है। जिम्मेदार अधिकारी उच्च अधिकारियों को गुमराह कर बच रहे है। किसान तंगहाली के दौर से गुजर रहा है।
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