महापंचायत का एलान और किसान बोले- अब होगी आर-पार की लड़ाई; ये है बड़ी मांग
हापुड़ जिले की चीनी मिलों द्वारा गन्ना किसानों को समय पर भुगतान न करने के कारण किसानों में आक्रोश है। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने 10 अक्टूबर को सिंभावली गन्ना समिति में महापंचायत का एलान किया है। किसानों की मांग है कि गन्ने का दाम 450 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए। भुगतान में देरी और लागत बढ़ने से किसान परेशान हैं।

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़)। हापुड़ जिले की दोनों चीनी मिलों द्वारा किसानों को सही समय पर गन्ना भुगतान नहीं करने को लेकर किसानों में आक्रोश पनप रहा है। इसी को लेकर सिंभावली गन्ना समिति में 10 अक्टूबर को भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक द्वारा महापंचायत का एलान किया गया है।
जिलाध्यक्ष पवन हुण ने कहा कि नया पेराई सत्र शुरू करने की तैयारी पूर्ण हो चुकी है, लेकिन किसानों को अभी तक पिछले पेराई सत्र का भुगतान नहीं किया गया है। नियमानुसार गन्ने का भुगतान 14 दिनों के अंदर हो जाना चाहिए, लेकिन जिले की दोनों चीनी मिल किसानों को दस माह बाद भी गन्ने का भुगतान नहीं कर रही हैं। इसके कारण किसानों को कर्ज लेकर अपने कार्य करने पड़ रहे हैं।
वहीं, गन्ना उत्पादन में लगातार लागत बढ़ रही है। ऐसे में सरकार को गन्ने का दाम 450 रुपये प्रति क्विंटल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त भी कई अन्य समस्याओं से किसान परेशान है। इन्हीं समस्याओं को लेकर अब भाकियू अराजनैतिक द्वारा दस अक्टूबर को गन्ना समिति के प्रागंण में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा और अब आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
इन्हीं मुद्दों को लेकर वह लगातार किसानों से संपर्क कर रहे है। रविवार को तिगरी गांव में बैठक का आयोजन कर किसानों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया गया।
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इस मौके पर सुनील विधुडी, प्रधान श्रद्धानंद, अरूण त्यागी, शिवकुमार, मोनू, कपिल कुमार, प्रशांत, दक्ष, सागर सिंह, मंसाराम, कृष्ण पाल सिंह, सोनू, प्रवेश हूण, कटार सिंह, अनिल हूण, लिले प्रधान, कुलदीप गुर्जर, हिमांशु, रवीश कुमार, अरुण त्यागी, विकास त्यागी आदि मौजूद रहे।
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