बारिश से मेरठ-खुर्जा रेल मार्ग के निकले स्लीपर
ट्रेनों का निर्बाध संचालन के लिए बनाए गए अंडरपास अब रेलवे अधिकारियों के लिए जी का जंजाल बन रहे हैं। बुधवार को मेरठ-खुर्जा रेलमार्ग पर गांव सादिकपुर और महमूदपुर के बीच रेलवे ट्रैक का स्लीपर निकल गया। गनीमत रही कि इस दौरान कोई एक्सप्रेस या पैसेंजर नहीं निकली। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। ट्रैक पर गश्त कर रहे गैंगमैनों और ग्रामीणों ने स्लीपर निकले देखकर अधिकारियों को इस बात की सूचना दी। जिस पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में संचालन को रोका गया और बाद में करीब एक घंटा बाद कॉशन लगाकर ट्रेनों को धीमी गति से निकाला गया।
गौरव शर्मा, हापुड़
ट्रेनों का निर्बाध संचालन के लिए बनाए गए अंडरपास अब रेलवे अधिकारियों के लिए जी का जंजाल बन रहे हैं। बुधवार को मेरठ-खुर्जा रेलमार्ग पर गांव सादिकपुर और महमूदपुर के बीच रेलवे ट्रैक का स्लीपर निकल गया। गनीमत रही कि इस दौरान कोई एक्सप्रेस या पैसेंजर नहीं निकलीं। ट्रैक पर गश्त कर रहे गैंगमैनों और ग्रामीणों ने स्लीपर निकले देखकर अधिकारियों को इस बात की सूचना दी। जिस पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में संचालन को रोका गया और बाद में करीब एक घंटा बाद कॉशन लगाकर ट्रेनों को धीमी गति से निकाला गया।
मेरठ-खुर्जा रेलमार्ग पर रेलगाड़ियों का सफल संचालन करने के लिए वर्ष 2017 में अंडरपास बनाए गए थे। इन अंडरपास में बारिश का पानी जमा होने से ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है। जबकि पानी आने से रेलवे ट्रैक की मिट्टी भी दरक जाती है और आए दिन रेलवे स्लीपर निकल जाते हैं। मंगलवार रात से लेकर बुधवार सुबह तक क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई थी। बारिश के कारण सादिकपुर और महमूदपुर में बने अंडरपास में भी पानी घुस गया था।
अधिकारियों के अनुसार 30 नंबर पिलर के पास बुधवार सुबह के समय गैंगमैन रेलवे ट्रैक की जांच कर रहे थे। इसी दौरान कुछ ग्रामीणों की नजर ट्रैक से निकले पड़े एक स्लीपर पर पड़ी। इस पर ग्रामीणों ने गैंगमैनों को घटना की सूचना दी। गैंगमैनों ने सूचना रेलवे इंजीनियरों को दी तो हड़कंप मच गया। आनन फानन में इंजीनियरों और कर्मचारियों की टीम को मौके पर भेजा गया। साथ ही संचालन को बंद कर दिया गया। करीब एक घंटा बाद कॉशन लगाकर रेलगाड़ियों को निकाला गया।
हापुड़ सेक्शन के सीपीडब्लूआइ अवेश शर्मा ने बताया कि स्लीपर निकलने से कोई हादसा तो नहीं हुआ। हालांकि टीम ने कॉशन लगा दिया और करीब एक घंटा बाद रेल यातायात सुचारु कर दिया गया।
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