समाजवादी पार्टी के वॉट्सएप ग्रुप में अश्लील वीडियो वायरल, लखनऊ तक बड़े नेताओं में मचा हड़कंप
हापुड़ में समाजवादी पार्टी के वॉट्सएप ग्रुप 'समाजवादी पार्टी परिवार' में अश्लील वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया। घटना के बाद कार्यकर्ताओं में आक्रोश है और उन्होंने एडमिन से कार्रवाई की मांग की है। सपा जिला संगठन ने जांच के आदेश दिए हैं और ग्रुप एडमिन से रिपोर्ट मांगी है। मामला 'सपा ब्लू फिल्म कांड' के नाम से ट्रेंड कर रहा है।
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जागरण संवाददाता, हापुड़। हापुड़ जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) से जुड़ा वॉट्सएप ग्रुप “समाजवादी पार्टी परिवार” बुधवार देर रात सुर्खियों में आ गया। उस ग्रुप में अश्लील वीडियो और एक आपत्तिजनक ऑडियो क्लिप वायरल हो गई। इससे चंद मिनटों में ही ग्रुप में अफरातफरी मच गई।
महिला और पुरुष कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को कॉल करके जानकारी करनी शुरू कर दी। सवाल उठाने लगे कि “यह किसने भेज दिया?”, इसको “तुरंत हटाओ!” और “ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी!” आदि।
वीडियो वायरल होते ही इस ग्रुप के स्क्रीनशॉट अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक, एक्स (ट्विटर), इंस्टाग्राम और अन्य वॉट्सएप ग्रुप पर वायरल होने लगे। अब यह मामला “सपा ब्लू फिल्म कांड” के नाम से ट्रेंड कर रहा है, जिससे न सिर्फ जिले बल्कि प्रदेश तक संगठन में हड़कंप मचा है।
यह है मामला
यह “समाजवादी पार्टी परिवार” नाम वाले ग्रुप में सपा के जिला, नगर और ब्लाक स्तर के ज्यादातर पदाधिकारी और सक्रिय कार्यकर्ता शामिल हैं। देर रात अचानक एक कार्यकर्ता के नंबर से पहले एक अश्लील वीडियो और फिर एक महिला की आवाज में आपत्तिजनक ऑडियो क्लिप डाली गई। इससे कुछ क्षणों के लिए सभी कार्यकर्ता स्तब्ध रह गए। फिर धीरे-धीरे ग्रुप में हंगामा मचना शुरू हो गया।
वहीं, कई सदस्यों ने एडमिन को टैग कर तत्काल कार्रवाई की मांग की। महिला कार्यकर्ताओं ने इसे “संगठन की मर्यादा के साथ खिलवाड़” बताते हुए कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- “यह सपा की छवि को धूमिल करने की सोची-समझी साजिश है।”
एडमिन से जवाब तलब
मामले की गंभीरता को देखते हुए सपा जिला संगठन ने ग्रुप एडमिन से रिपोर्ट मांगी है। इसके साथ ही, साइबर सेल को उस नंबर की जांच सौंपी गई है, जिससे वीडियो भेजे गए थे। सूत्रों के मुताबिक, वीडियो भेजने वाले नंबर को फिलहाल ग्रुप से हटा दिया गया है। वरिष्ठ सपा नेताओं का कहना है कि यह घटना पार्टी की अनुशासन नीति पर बड़ा धब्बा है और दोषी पाए जाने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
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हाईकमान को भेज दी रिपोर्ट
यह पार्टी का अधिकारिक ग्रुप नहीं है, लेकिन इस ग्रुप के एडमिन सपा के वरिष्ठ नेता हैं और पहले सपा के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। पार्टी की छवि धुमिल करने के लिए उनका जवाब तलब किया गया है। तीन दिन में उनको अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। इसके साथ ही पूरे मामले की जानकारी प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों को भेज दी गई है। ग्रुप के एडमिन तेजपाल प्रमुख पर कार्रवाई की तलवार लटकी है। यदि कोई और सपा सदस्य इस मामले में शामिल पाया गया तो उसे तुरंत पार्टी से निष्कासित किया जाएगा।”
ग्रुप अस्थायी रूप से बंद
घटना के बाद एडमिन ने “समाजवादी पार्टी परिवार” ग्रुप को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। इसके साथ ही सभी सदस्यों से सोशल मीडिया पर संयम बरतने और अफवाह न फैलाने की अपील की है। फिलहाल यह मामला सपा के विभिन्न ग्रुप पर छाया हुआ है। विपक्षी दलों ने भी इस कांड पर तंज कसना शुरू कर दिए हैं। वहीं सपा कार्यकर्ता एक सुर में दोषी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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