कोहरे की चादर में लिपटा हापुड़, हाईवे पर रेंगते रहे वाहन और ठंड ने बढ़ाई राहगीरों की परेशानी
हापुड़ घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा, जिससे दृश्यता कम हो गई और हाईवे पर वाहनों की गति धीमी हो गई। कोहरे के कारण राहगीरों को भी काफ़ी परेशानी का साम ...और पढ़ें

कोहरे के बीच जलती लाइट भी हो गई प्रकाशहीन। जागरण
जागरण संवाददाता, हापुड़। कोहरे की छाई घनी परत ने दृश्यता को प्रभावित कर दिया है। घना कोहरा हाईवे के साथ-साथ सुबह तक शहर और गांवों के अंदर तक पहुंच गया। कोहरे के कारण वाहन चालकों को रात में परेशानी का सामना करना पड़ा। दृश्यता कम होने से वाहनों की गति धीमी रही और वह रेंग-रेंगकर चलते रहे। सुबह 10 बजे तक भी दृश्यता अधिकतम सौ मीटर ही रही। इसका प्रभाव हाईवे पर वाहनों के आवागमन पर पड़ रहा है।
तापमान कम रहने के साथ ही बर्फीली हवाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। ठंडी हवाएं के चलते मौसम बेहद सर्द हो गया है। घरों से बाहर निकलते ही कंपकंपी का सामना करना पड़ रहा है। इससे लोगों के बीमारी की चपेट में आने का भय बना हुआ है। चिकित्सकों ने रक्तचाप, हृदय रोगियों, बच्चों और बीमारों को खुली हवा में बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दी है। शुक्रवार को सुबह का तापमान सात डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। जबकि दोपहर में 18 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकाॅर्ड किया गया।
| दिन | तापमान |
| शनिवार | 8/19 |
| रविवार | 8/20 |
| सोमवार | 9/19 |
मंगलवार | 9/18 |
| बुधवार | 7/20 |
बर्फीली हवाओं से ठिठुरे मैदान
पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है। इसका प्रभाव मैदानी क्षेत्रों तक हो रहा है। पहाड़ों की आेर से चल रही बर्फीली हवाओं के कारण मैदानों में भी ठिठुरन बढ़ गई है। तीन दिन से धूप नहीं निकली है। रात को घने कोहरे का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ठंडी हवाओं के कारण लोग दिनभर गर्म कपड़ों में लिपटे रहने को मजबूर हैं। बाजारों में जगह-जगह अलाव जल रहे हैं।
फसलों पर भी मंडराया संकट
कोहरा पड़ने और धूप नहीं निकलने से फसलों पर संकट बढ़ रहा है। इससे सरसों, आलू, मटर और सब्जी की फसलों में चैपा व झुलसा रोग फैलने की आशंका है। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे मौसम में फसलों में फंगस फैल जाता है। जिसका प्रभाव फसलों की बढ़वार व पैदावार पर पड़ता है। ऐसे में फसलों की लगातार सिंचाई करने और बीमारी होने पर विशेषज्ञाें की सलाह से छिड़काव करने की सलाह दी है।
अस्पतालों में बढ़ रही है बीमाराें की संख्या
सर्दी के कारण अस्पतालों में खांसी, रक्तचाप, हृदय रोग, न्यूमोनियां और सांस के रोगियों की संख्या बढ़ रही है। वहीं धूप नहीं निकलने से लोगों के कपड़े नहीं सूख पा रहे हैं। जिससे स्किन इंफेक्शन के रोगी बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में त्वचा रोगियों की संख्या बढ़ रही है। चिकित्सकों ने पूरी तरह सूखे हुए कपड़े पहनने की सलाह दी है।
रात को सफर करने से बचने की सलाह
मौसम में बदलाव के चलते रात में कोहरा पड़ रहा है।इसके साथ ही तापमान कम रहने से शीशे पर गहरी परत जम जाती है। जिससे दृस्यता प्रभावित होती है। ऐसे में वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में रात में वाहन चलाने से परहेज करने और हर हाल में यातायात के नियमों का पालन करने की जरूरत है। जरा सी लापरवाही बड़ी घटना का कारण बन सकती है।
"अभी शीतलहर का प्रकाेप जारी रहेगा। जिससे ठिठुरन का सामना करना पड़ेगा। तापमान कम रहने के चलते सावधानी बरतने की जरूरत है। ठंड से बचकर रहें और बीमार होने पर तत्काल अपने चिकित्सक से संपर्क करें।
-डाॅ. अशोक कुमार, मौसम विज्ञानी-कृषि विज्ञान केंद्र।
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