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    जिंदा नौकर को मुर्दा बताकर हड़पना चाहता था 50 लाख रुपये, चिता पर रखी 'लाश' तो खुला राज

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 11:37 AM (IST)

    हापुड़ में एक व्यक्ति ने जीवित नौकर को मृत बताकर बीमा के 50 लाख रुपये हड़पने की साजिश रची। उसने डमी का अंतिम संस्कार करा दिया, लेकिन पालिका कर्मचारियों और दाह संस्कार करने वालों की सतर्कता से यह फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। आरोपी ने अस्पताल पर शव बदलने का आरोप लगाया, लेकिन पुलिस ने उसकी कार से अन्य डमी बरामद कीं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।  

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    ब्रजघाट पर अंतिम संस्कार के लिए शव की जगह पर डमी लाई गई। जागरण

    राम मोहन शर्मा, ब्रजघाट (हापुड़)। हापुड़ में पालिका एवं दाह संस्कार करने वाले लोगों की सतर्कता से एक बड़ा फर्जीवाड़ा होने से बच गया है। वहीं, आने वाले समय में नौकर की जान को भी खतरा पैदा होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। इस पूरे प्रकरण में कदम दर कदम फर्जीवाड़े का उपयोग किया गया है।

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    कमल सोमानी ने जिस तरह जीवित नौकर को मृत दर्शाकर उसके स्थान पर डमी का अंतिम संस्कार कर 50 लाख रुपये हड़पने की साजिश रची। इसके पीछे कई सवाल खड़े हो गए है। यदि पालिका कर्मचारियों और दाह संस्कार करने वाले लोग थोड़ा सा भी चूक जाते तो वह अपने मकसद में कामयाब हो गया था। जिस समय चिता पर डमी देखी तो वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया।

    इसके बाद उसने अपने बचाव के लिए अस्पताल कर्मचारियों पर शव के बदले डमी देने का आरोप लगा दिया और विलाप करने लगा। मौके पर पहुंची पुलिस के सामने उसने अपने नौकर के बीमार होने और अस्पताल में उपचार के दौरान मौत होने की बात कही। इस दौरान उसने अस्पताल के दस्तावेज भी दिखाए। इसको देख पुलिस भी परेशान हो उठी।

    इस बीच पुलिस ने जैसे ही उसकी कार की तलाशी ली तो उसके अंदर दो डमी और निकली, जिसके बाद पुलिस की जांच करने की दिशा ही बदल गई। उन्होंने दोनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो पूरा प्रकरण खुलकर सामने आ गया।

    यह भी पढ़ें- डमी को रेत से भरकर लाश जैसा बनाया... दोस्त के साथ करने पहुंचे दाह-संस्कार, आरोपी ने कई राज खोले

    दरअसल, कमल सोमानी गंगा घाट पर अंतिम संस्कार के दौरान मिलने वाले मृत्यू प्रमाण पत्र को हासिल करके उससे फर्जी तरीके से बीमा निकालना चाहता था, लेकिन उससे पूर्व ही उसका भंड़ाफोड़ हो गया। सूचना मिलने के बाद एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली पहुंचे तथा पूरे प्रकरण में प्रत्येक बिंदु से जांच करने के निर्देश दिए।