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    Weather Update: धूप गायब, घरों में दुबके लोग... पहाड़ों की बर्फीली हवा ने बढ़ाई मैदानी इलाकों में ठिठुरन

    Updated: Sun, 28 Dec 2025 05:09 PM (IST)

    पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी इलाकों, खासकर हापुड़ में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। तेज बर्फीली हवाओं और कम तापमान ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बच्च ...और पढ़ें

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    पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी इलाकों, खासकर हापुड़ में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, हापुड़। पहाड़ों पर बर्फबारी से कड़ाके की ठंड मैदानों तक पहुंच गई है। तेज ठंडी हवाओं से लोग कांप रहे हैं। पिछले दो दिनों से सूरज सिर्फ़ थोड़ी देर के लिए ही दिख रहा है, और कम तापमान ने रोज़मर्रा की ज़िंदगी को अस्त-व्यस्त कर दिया है। बच्चों और बुज़ुर्गों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, शीतलहर जारी रहने की उम्मीद है। नया साल भी कड़ाके की ठंड के साथ शुरू होगा।

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    पहाड़ों में एक हफ़्ते से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। इससे शीतलहर चल रही है। पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण मैदानों में भी ठंड बढ़ गई है। पिछले तीन दिनों से धूप न निकलने के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। रविवार को भी ठंडी हवाएं चलती रहीं। इससे लोगों को बाहर कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा। लोग पूरे दिन गर्म कपड़ों में लिपटे दिखे। दोपहर में बाज़ारों में थोड़ी बहुत चहल-पहल दिखी। कड़ाके की ठंड के कारण ज़्यादातर लोग घरों में ही रहे। बुज़ुर्गों और बच्चों को पूरे दिन हवा से बचाकर रखा गया।

    दिन तापमान (न्यूनतम/अधिकतम °C) एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI)
    रविवार - 06/20
    सोमवार - 07/21
    मंगलवार - 07/21
    पैरामीटर मान
    एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 264
    PM-2.5 263
    PM-10 179

    गर्म कपड़ों के बाजार में गर्माहट

    तेज़ बर्फीली हवाओं के कारण लोग गर्म कपड़ों में लिपटे रहे। लोगों ने बड़ी मात्रा में गर्म कपड़े भी खरीदे। गर्म कपड़ों के साथ-साथ रजाई और कंबल भी खूब बिके। कपड़ों के अलावा लोगों ने बड़ी मात्रा में तिल के लड्डू, मूंगफली, गजक और सूखे मेवे भी खरीदे। गर्म कपड़ों का बाज़ार, जो सुस्त पड़ा था, ठंड के मौसम में चमक उठा। दुकानदारों को 15 जनवरी तक बिक्री में तेजी आने की उम्मीद है।

    अपनी सेहत का ख्याल रखें

    डॉक्टरों के अनुसार, सर्दियों में सांस की समस्याओं, हाई ब्लड प्रेशर, माइग्रेन, लकवा और हार्ट अटैक का खतरा ज़्यादा होता है। कड़ाके की ठंड और तेज़ हवाएं सेहत पर बुरा असर डालती हैं। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे गुनगुना पानी पिएं, पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें, ठंडी हवा के सीधे संपर्क से बचें, और खूब हरी सब्ज़ियां, सलाद और फल खाएं। अगर कोई समस्या हो तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

    कमरों में हीटर और अंगीठी का इस्तेमाल करने से बचें

    जब बहुत ज़्यादा ठंड होती है, तो लोग अक्सर अपने कमरों में हीटर और अंगीठी का इस्तेमाल करते हैं। मेडिकल एक्सपर्ट्स ऐसा न करने की सलाह देते हैं। अंगीठी और हीटर जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है, जिससे दम घुट सकता है। अगर कमरे को गर्म करना ज़रूरी है, तो आप थोड़ी देर के लिए हीटर या अंगीठी का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन सोने से पहले उसे बंद कर दें।

    अपने पालतू जानवरों का भी ख्याल रखें

    बहुत ज़्यादा ठंड होने पर पालतू जानवर भी असहज हो जाते हैं। उनका व्यवहार भी बदल जाता है। इसलिए, अपने पालतू जानवरों की देखभाल पर ध्यान देना ज़रूरी है। उन्हें पीने के लिए गुनगुना पानी दें। उनके रहने की जगह पर ठंडी हवा सीधे अंदर न आने दें। अपने पालतू जानवरों की सेहत पर नज़र रखें। अगर उनके व्यवहार में कोई बदलाव दिखे तो पशु चिकित्सक से संपर्क करें।

    रात में यात्रा करने से बचें

    दिन और रात दोनों समय घना कोहरा रहता है। कोहरे की वजह से रात में विज़िबिलिटी सिर्फ़ दो या तीन मीटर रह जाती है। साथ ही, कोहरे की वजह से आधी रात के बाद सड़कों पर पानी जमा होने लगता है। इससे हल्की बारिश जैसी स्थिति बन जाती है। रात में यात्रा करने से बचने की कोशिश करें। अगर आपको रात में यात्रा करनी ही है, तो कई गाड़ियों के काफिले में यात्रा करें। अपनी हेडलाइट्स को लो बीम पर रखें। फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करें। ओवरटेक करने से बचें। बार-बार हॉर्न बजाएं। हाई बीम का इस्तेमाल करने से दूसरी गाड़ियों को आप दिखते हैं। अपनी गाड़ी सड़क पर पार्क न करें या खुद भी सड़क पर खड़े न हों।

    मौसम ठंडा रहेगा। जनवरी के पहले हफ़्ते में मौसम ठंडा रहेगा। तेज़, ठंडी हवाएं चलती रहेंगी। तेज़ हवाओं से कोहरा कम हो सकता है। कम तापमान की वजह से सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

    - डॉ. अशोक कुमार, मौसम विज्ञानी, कृषि विज्ञान केंद्र।