बर्फीली हवाओं से कांप उठे लोग, हृदय रोगियों को सावधान रहने की दी सलाह
हापुड़ में बुधवार को बर्फीली हवाओं ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया। दोपहर बाद चली ठंडी हवाओं से लोग परेशान रहे। तापमान कम रहने के साथ ग्रामीण क्षेत्रों म ...और पढ़ें

हापुड़ में ठिठुरन और ज्यादा बढ़ गई।
जागरण संवाददाता, हापुड़। हापुड़ में बुधवार को दोपहर को बर्फीली हवाओं ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया। दोपहर बाद चली ठंडी हवाओं की सिहरन से लोग परेशान हो उठे। तापमान कम रहने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में पाला भी गिरा और कोहरा छा गया। जिससे ठिठुरन और ज्यादा बढ़ गई। परेशान लोग ठंडी हवाओं से बचने के लिए यहां-वहां शरण लेते रहे।
मौसम विभाग के अनुसार, अभी तापमान में और गिरावट आने का पूर्वानुमान है। सुबह-शाम तापमान कम रहने के साथ ही दोपहर में भी लोगों को ठिठुरन से राहत मिलने वाली नहीं है।
फसलों के लिए है लाभदायक
कृषि विभाग के अनुसार, तापमान में कमी आना फसलों के लिए लाभकारी है। गेहूं, सरसों और सब्जी की फसलों के लिए दिसंबर में तापमान की कमी लाभदायक रहती है। वहीं आलू की फसल को खास देखभाल की जरूरत है।
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जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि वायु में नमी बने रहने से आलू में फंगस फैलने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में नियमित रूप से फसल की देखभाल करें। वहीं तेज ठंडी हवाओं के चलते पशुओं के बीमार होने का खतरा बना रहता है। पशुओं को हवा के सीधे संपर्क में आने से बचाकर रखने की जरूरत है।
बीमार-बुजुर्ग रहें सावधान
चिकित्सकों के अनुसार तापमान कम रहने और ठंडी हवाओं से रक्तचाप व हृदय रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ठंडी हवा के सीधे संपर्क में आने से बचकर रहने की जरूरत है। वहीं सुबह-शाम कम तापमान रहने से सैर करने से बचना चाहिए। पर्याप्त कपड़े पहनकर रहें और हल्के गुनगुने पानी का सेवन करें। ठंडी हवाओं के सीधे संपर्क में आने से बचें।
पहाड़ी क्षेत्रों से आ रही हवाओं के चलते मैदानी क्षेत्रों में भी तापमान में गिरावट आनी शुरू हो गई है। इस सप्ताह तापमान कम बना रहने का पूर्वानुमान है। बादल छाए रहने से सर्दी और बढ़ सकती है। अभी तापमान और नीचे जा सकता है। ऐसे में लोगों को रात के सफर से परहेज करने की सलाह दी गई है। वहीं बच्चों और बुजुर्गों का ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है। - डॉ. अशोक कुमार सिंह, मौसम विज्ञानी, कृषि विज्ञान केंद्र हापुड़

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