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    वाह दारोगा जी! 50 हजार में डोल गया ईमान... पीड़ित को ही भेज दिया जेल, रिश्वत मामले में उजागर हुआ खेल

    Updated: Thu, 21 Aug 2025 03:06 PM (IST)

    हापुड़ में जानलेवा हमले के एक मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। सिंभावली पुलिस ने घायल युवक पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया जबकि पीड़ित का आरोप है कि हमलावरों से मिलीभगत करके दारोगा ने रिश्वत लेकर उसे जेल भेज दिया। पीड़ित ने एसपी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।

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    50 हजार की रिश्वत लेकर दारोगा ने पीड़ित युवक को ही भेज जेल दिया।

    जागरण संवाददाता, हापुड़। हापुड़ में जानलेवा हमले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाए पुलिस ने थाना सिंभावली के घायल युवक पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया। न्याय पाने को पीड़ित ने न्यायालय के जरिए आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया।

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    आरोप है कि पुलिस न केवल हमलावरों के साथ मिलीभगत की, बल्कि जांच अधिकारी दारोगा ने 50 रिश्वत लेकर पीड़ित को ही जेल भेज दिया। ऐसे में पीड़ित पक्ष ने एसपी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।

    शिकायती पत्र में थाना सिंभावली के गांव अकबरपुर बुकलाना के मेहर सिंह ने बताया कि 17 जून 2025 की शाम करीब आठ बजे उसके भाई कपिल पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला किया था। हमलावरों ने रॉड व धारदार हथियारों से कपिल पर कई वार किए। जिसके चलते उसके सिर में गंभीर चोटें आईं। जब वह सिंभावली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे, तो पुलिस ने उल्टा उनके भाई पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया।

    पुलिस ने कपिल का सरकारी अस्पताल में मेडिकल भी नहीं कराया। मजबूरन पीड़ित खुद 19 जून 2025 को सिखेड़ा सरकारी अस्पताल और फिर मेरठ के रीता अस्पताल में कपिल का उपचार काराया। न्याय की आस में भाई ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद न्यायालय के आदेश पर आखिरकार पुलिस ने आरोपितों के रिपोर्ट दर्ज की।

    जेल न भेजने के नाम पर ली रिश्वत

    पीड़ित ने बताया कि उक्त दोनों मुकदमों की जांच एक ही दारोगा को सौंपी गई। दारोगा ने आरोपित पक्ष से सांठ-गांठ कर ली। शिकायत पर दारोगा ने पीड़ित ने एक नामजद आरोपित को मां को अपनी बहन मानने की बात कही। इतना ही नहीं आरोपित की गिरफ्तारी करने से भी मना कर दिया। दारोगा ने कपिल के मूल सरकारी और प्राइवेट मेडिकल जांच को शामिल करने से मना कर दिया।

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    वहीं, 17 जुलाई 2025 की सुबह करीब सात बजे दारोगा उसके मेरठ स्थित आवास पर पहुंचे। दारोगा ने कपिल को जेल न भेजने के बदले 50 हजार रुपये मांगे। डर के चलते पीड़ित ने रुपये दे दिए। रिश्वत लेने के बाद भी कपिल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

    मामले में शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है। लगाए गए आरोपों की आधिकारिक स्तर से जांच कराई जा रही है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। - ज्ञानंजय सिंह, एसपी