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    UP News: जैसा चाहते हो अपने प्रदेश का विकास, सुझाव साझा करने का आया शानदार मौका

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 10:21 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश को 2047 तक विकसित राज्य बनाने के लिए नागरिकों से सुझाव मांगे हैं। समर्थ उत्तर प्रदेश पोर्टल और सूचना सेतु ऐप के माध्यम से आसानी से सुझाव दिए जा सकते हैं। हापुड़ के किसानों और उद्यमियों से विशेष योगदान की अपेक्षा है। गढ़मुक्तेश्वर के मूढ़ा उद्योग को ब्रांड बनाने जैसे कई सुझाव अभी तक प्राप्त हुए हैं। सरकार हर परिवार से फीडबैक चाहती है।

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    जैसा चाहते हो अपने प्रदेश का विकास, सुझाव साझा करने का मौका आपके पास। जागरण

    जागरण संवाददाता, हापुड़। उत्तर प्रदेश को वर्ष 2047 तक विकसित राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण पहल शुरू की है। सरकार ने लोगों से विकसित उत्तर प्रदेश के लिए उनके सुझाव मांगे हैं।

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    इससे लोगों की इस अभियान में सीधी भागीदारी के बढ़ने के साथ-साथ योजनाएं भी प्रभावी बनेंगी। साथ ही विकास की यात्रा में सभी वर्गों का योगदान भी सुनिश्चित होगा। ऐसे में अधिकारी लोगों से उनके सुझाव साझा करने के लिए अपील कर रहे हैं।

    आसानी से किया जा सकता है एक्सेस

    सीडीओ हिमांशु गौतम ने बताया कि अभियान के अंतर्गत नागरिक अपने सुझाव सीधे आनलाइन पोर्टल समर्थ उत्तर प्रदेश डॉट यूपी डॉट जीओवी डॉट इन पर दर्ज कर सकते हैं। इसका विकल्प सूचना सेतु एप पर भी उपलब्ध है। पोर्टल को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि इसे मोबाइल और कंप्यूटर, दोनों माध्यमों से आसानी से एक्सेस किया जा सके। साथ ही सरकार द्वारा क्यूआर कोड भी जारी किया गया है, जिसे स्कैन करके भी फीडबैक साझा करने की सुविधा उपलब्ध है।

    इस प्रकार दे सकते हैं अपने सुझाव

    सुझाव देने के लिए प्रतिभागियों को पोर्टल पर मोबाइल ओटीपी के माध्यम से लागिन कर विषय का चयन करना होगा और अपना विचार 150 शब्दों में दर्ज कराना होगा। सुझाव आप बोलकर या टाइप कर दोनों प्रकार से दर्ज करा सकते हैं। यह अभियान किसी एक वर्ग तक सीमित नहीं है।

    विद्यार्थी, शिक्षक, किसान, व्यापारी, उद्यमी, श्रमिक संगठन, स्वयंसेवी संगठन, मीडिया और आम नागरिक सभी इसमें अपनी भागीदारी दर्ज करा सकते हैं। इसका उद्देश्य यह है कि प्रत्येक परिवार से कम से कम एक फीडबैक अवश्य प्राप्त हो, ताकि राज्य का विजन व्यापक हो सके।

    कोई भी कर सकता है अपने विचार दर्ज

    सीडीओ हिमांशु गौतम ने बताया कि सरकार चाहती है कि प्रदेश का कोई भी परिवार पीछे न रहे। क्यूआर कोड और पोर्टल के जरिए यह प्रक्रिया इतनी आसान बनाई गई है कि छात्र, किसान, गृहिणी या व्यापारी हर कोई अपने विचार तुरंत दर्ज करा सकता है।

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    हापुड़ जैसे कृषि प्रधान जिले में इस अभियान की विशेष अहमियत है। यहां किसानों, गन्ना उत्पादकों और स्थानीय उद्यमियों के सुझाव प्रदेश की विकास रणनीति को नया आयाम देंगे। साथ ही युवाओं और विद्यार्थियों की आकांक्षाएं यह सुनिश्चित करेंगी कि 2047 का उत्तर प्रदेश आधुनिक तकनीक और नवाचार का नेतृत्व कर सके।

    यह आ चुके हैं अभी तक सुझाव

    • गढ़मुक्तेश्वर के मूढ़ा उद्योग को प्रदेश का ब्रांड घोषित किया जाए।
    • आंगनबाड़ी केंद्रों पर तैयार उत्पादों का एक ब्रांड नाम दिया जाए।
    • पिलखुवा व तिरपाल व चादर उद्योग की विश्व स्तर पर ब्रांडिंग की जाए।
    • कृषि आधारित उद्याेग लगाकर निर्यात की रूपरेखा तैयार की जाए।
    • बड़े ब्रांड के उत्पादों की यूनिट स्थानीय स्तर पर लगाई जाएं।