Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UP News: भाजपा विधायक और सह-प्रवक्ता चौराहे पर भिड़े, जमकर हुई गाली-गलौज; वजह जान रह जाएंगे हैरान

    Updated: Sat, 07 Jun 2025 10:28 PM (IST)

    हापुड़ में भाजपा विधायक और सह प्रवक्ता के बीच खुलेआम गाली-गलौज हुई जिससे चौराहे पर भीड़ जमा हो गई। विवाद जमीन के सौदे में कमीशन को लेकर था। सह प्रवक्ता ने विधायक पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है जबकि विधायक ने सह प्रवक्ता पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    Hero Image
    भाजपा संगठन पूरे मामले को संभालने और दोनों को समझाने में जुटा है।

    केशव त्यागी, हापुड़। भाजपा के शहर विधायक और जिला संगठन के सह प्रवक्ता में शनिवार दोपहर जमकर गाली-गलौज हुई। तहसील चौपला पर दोनों आमने-सामने आ गए। करीब 10 मिनट तक दोनों में गाली-गलौज होती रही।

    इस मामले को लेकर विधायक भाजपा के जिला कार्यालय पर पहुंच गए, जबकि सह प्रवक्ता ने विधायक पर जान से मारने की धमकी देने और चौराहे पर रोककर जानलेवा हमले का प्रयास करने की शिकायत पुलिस को दी है।

    भाजपा संगठन पूरे मामले को संभालने और दोनों को समझाने में जुटा है। यह विवाद जमीन के लेन-देन में 10 लाख के कमीशन काे लेकर बताया जा रहा है। इससे पहले सांसद अरुण गोविल के सामने भी यह विवाद आ चुका है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गाली-गलौंच के चलते वहां पर लोगों की भीड़ जुट गई

    दोपहर में करीब ढ़ाई बजे शहर विधायक विजयपाल आढ़ती दिल्ली रोड पर जा रहे थे। वहीं भाजपा के सह प्रवक्ता जयभगवान शर्मा उर्फ पिंटू सामने की ओर से आ रहे थे। तहसील चौराहे पर दोनों ने आसपास आकर अपनी कारों को रोक लिया और नीचे उतर आए। इस दौरान दोनों में गाली-गलौंच शुरू हो गई। विधायक और सहप्रवक्ता में हुई गाली-गलौंच के चलते वहां पर लोगों की भीड़ जुट गई।

    वरिष्ठ भाजपा नेता पुनीत गोयल भी वहां पर पहुंच गए। लोगों के अनुसार दोनों में करीब 10 मिनट तक जमकर गाली-गलौंच होती रही। दोनों ने एक दूसरे को देख लेने-भुगत लेने की धमकी दे डाली। यह घटना पुलिस के सीसीटीवी में रिकार्ड हो गई है, लेकिन अभी फुटेज किसी भी पक्ष के पास नहीं है। इस मामले को कुछ दिन पहले सांसद अरुण गोविल के सामने भी उठाया गया था। तब विधायक पर जमीन हथियाने के आरोप लगाए गए थे।

    यह है मामला

    दरअसल यह मामला हाईवे किनारे पर स्थित सात हजार गज जमीन से जुड़ा है। जयभगवान शर्मा का कहना है कि यह जमीन विधायक विजयपाल आढ़ती के आधिपत्य में थी। उनसे इस जमीन का सौदा पांच मार्च को 18 हजार रुपये गज के हिसाब से हुआ था। इसको दिलवाने में भाजपा का एक वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल था। उसने अलग से एक हजार रुपया वर्ग गज का कमीशन तय हुआ था।

    उन्होंने बयाने के रूप में 10 लाख रुपये दे दिए थे। एक करोड़ रुपया 30 मार्च तक देना था। उससे पहले ही 13 मार्च को यह जमीन विधायक ने असलम नाम के एक व्यक्ति को बेच दी। अब उनको बयाने के रूप में दिए गए रुपये भी वापस नहीं किए जा रहे हैं। मुझको बयाने का दो-गुना यानि 20 लाख रुपये चाहिए।

    जयभगवान शर्मा सपा में रहकर रंगदारी वसूलता था। रामपुर गांव से उसका रिकार्ड पता किया जा सकता है। अब भाजपा में भी उसी अंदाज में चलना चाहता है। वह बेवजह परेशान कर रहा है। मेरा कोई प्लाट ना था और ना है। मेरे द्वारा किसी को बेचा भी नहीं गया है। उस प्लाट को एक भाजपा नेता से दूसरे ने खरीदा था। यह बेवजह मुझको कमजोर मानकर दबाव बना रहा है। मेरा कोई लेना-देना नहीं है और 10 लाख की रंगदारी वसूलना चाहता है। - विजयपाल आढ़ती, शहर विधायक