Video: रामपुर से दिल्ली जा रही रोडवेज बस गंगा पुल पर हवा में लटकी, 16 यात्रियों की सांसें अटकी
हापुड़ के ब्रजघाट स्थित गंगा पुल पर एक रोडवेज बस रेलिंग तोड़कर लटक गई। बस रामपुर से दिल्ली जा रही थी। संतुलन बिगड़ने से यह हादसा हुआ जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। चीख-पुकार मच गई। पुलिस एवं राहगीरों की मदद से बस से सवारियाें को उतरा। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और बस को क्रेन के जरिये हटाया गया।

जागरण संवाददाता, गढ़मुक्तेश्वर। कल्पना कीजिए, आप बस से जा रहे हैं, तभी अचानक, बस की स्पीड बढ़ती है, चालक नियंत्रण खो देता है और अगले ही पल बस गंगा पुल की मजबूत रेलिंग को तोड़ते हुए दो फ्लाईओवर के बीच अटक कर हवा में लटक जाती है।
नीचे बहती गंगा नदी का गहरा पानी और सिर पर मौत का साया। शनिवार को ऐसी ही घटना ब्रजघाट के गंगा पुल पर घटी है, जहां एक बड़ा हादसा होने बाल-बाल टल गया। दुर्घटना के बाद बस सवार सभी 16 यात्री, चालक व परिचालक को सुरक्षित निकाल लिया गया। मगर, इस घटना ने सड़क सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
शनिवार की शाम करीब चार बजे चालक अनुपम रामपुर डिपो की रोडवेज बस को लेकर ब्रजघाट के गंगा पुल पर पहुंचा। बस में कुल 16 यात्री सवार थे, जो दिल्ली की ओर जा रहे थे। अचानक, उसका नियंत्रण बस पर नहीं रहा।
इस कारण अनियंत्रित बस तेज रफ्तार में रेलिंग से टकरा गई। जोरदार टक्कर की आवाज के साथ रेलिंग टूट गई और बस पास के दूसरे फ्लाईओवर(पुल) के बीम से अटक कर गंगा नदी के ऊपर लटक गई।
अगर, बस कुछ इंच और आगे बढ़ जाती तो वह गहरी नदी में समा जाती। दुर्घटना के बाद बस के अंदर यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। यात्री डर से कांप रहे थे। कुछ प्रार्थना कर रहे थे, तो कुछ एक-दूसरे को संभालने की कोशिश में लगे थे।
A Rampur–Delhi roadways bus smashed through the railing at Brijghat Ganga bridge and was left hanging mid-air over the river.
Panic among passengers, but all rescued safely. A few more inches… and tragedy could’ve struck.#Rampur #Hapur #Delhi #UttarPradesh #Brajghat… pic.twitter.com/C8wMtIzgCi
— Kushagra Mishra (@m_kushagra) October 4, 2025
राहगीरों ने दिखाई हिम्मत और एकजुटता
घटना के दस मिनट बाद तक आसपास के राहगीरों की हिम्मत नहीं हुई कि वह बस से किसी भी यात्री को बाहर निकालने का प्रयास करें। मगर, इसके बाद हिम्मत दिखाते हुए राहगीरों ने बस से यात्रियों को निकालना शुरू कर दिया। इसी बीच पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाला।
यह प्रक्रिया करीब तीन घंटे चली और शाम करीब सात बजे बस सुरक्षित निकाली गई। पुलिस ने घायलों को प्राथमिक उपचार दिया और बाकी यात्रियों को दूसरी बस से उनके गंतव्य की ओर रवाना किया।
इस दौरान, दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर भारी जाम लग गया। प्रति मिनट 60 से ज्यादा वाहनों का आवागमन होने वाले इस हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई। कई किलोमीटर तक जाम की स्थिति बन गई।
ड्राइवर के बदलते बयान, ब्रेक फेल या लापरवाही
चालक अनुपम ने शुरुआत में कहा कि सामने एक वाहन आ गया था, जिसे बचाने के चक्कर में बस मोड़ी गई। लेकिन कुछ देर बाद उनका बयान बदल गया। अब वह दावा कर रहा हैं कि बस के ब्रेक फेल हो गए थे, इसलिए रेलिंग से टकराना पड़ा।
पुलिस जांच में यह साफ हो जाएगा कि असली वजह क्या थी। कोतवाली प्रभारी मनोज बालियान ने बताया कि दुर्घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। बस को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। चालक को मामूली चोटें आईं, जबकि कुछ यात्रियों को भी हल्की खरोंचें लगीं।
बड़ा हादसा टला, कब सबक सीखेंगे हम?
अगर बस दूसरे पुल के बीम से नहीं अटकती, तो यह एक बड़ी त्रासदी बन सकती थी। विशेषज्ञों का मानना है कि पुरानी बसों की मेंटेनेंस और चालकों की ट्रेनिंग पर ध्यान देने की जरूरत है।
मामले में रोडवेज विभाग ने जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं, पुल की रेलिंग की मजबूती पर भी सवाल उठ रहे हैं।
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