'गुर्जर समाज के लोगों की गिरफ्तारी बर्दाश्त नहीं', रिहाई न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी
हापुड़ में गुर्जर समाज की बैठक हुई जिसमें मेरठ में गिरफ्तार गुर्जर नेताओं को रिहा करने की मांग की गई। हरीश हूण ने कहा कि शांतिपूर्ण आंदोलन करना अपराध नहीं है। गिरफ्तारी को गुर्जर समाज की आवाज दबाने की साजिश बताया गया। रिहाई न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई समाज एकजुट होकर सरकार के खिलाफ लड़ने को तैयार है।

संवाद सहयोगी, सिंभावली (हापुड़)। हापुड़ में तहसील क्षेत्र में गुर्जर समाज की एक बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें मेरठ में आंदोलन करने के दौरान लाठियां भांजते हुए जेल भेजे गए समाज के लोग लोगों को पूरी तरह निर्दोष बताते हुए बिना शर्त रिहा न किए जाने पर गुर्जर महासभा और भाकियू ने बड़े स्तर पर आंदोलन करने की चेतावनी दी हैं।
मेरठ में गुर्जर आंदोलन करने के दौरान रविवार को पुलिस ने लाठियां भांजते हुए कई गुर्जर नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जिससे समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त होने के साथ ही पुलिस और प्रशासन के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है।
इसी मुद्दे को लेकर सोमवार को सिंभावली क्षेत्र में गुर्जर समाज के लोगों की बैठक हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए वरिष्ठ किसान नेता हरिश हूण ने कहा कि लोकतांत्रिक देश में शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करना अब अपराध जैसा माना जा रहा है। जिसके चलते मेरठ में अपनी वाजिब मांगों को लेकर पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग में आंदोलन कर रहे गुर्जर समाज के लोगों पर पहले तो सत्ता पक्ष के दबाव में बिना वजह लाठियां भाजी गई और फिर उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस प्रशासन ने जेल भेज दिया। जो सीधे तौर पर गुर्जर समाज की आवाज़ को कुचलने की साज़िश है, जिस किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा भले ही विरोध में कितनी भी बड़ी कुर्बानी क्यों ना देनी पड़े।
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर असंवैधानिक तरीके से गिरफ्तार कर जेल भेजे गए लोगों को अविलंब बिना शर्त रिहा नहीं किया गया तो इसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन समेत गुर्जर महासभा से जुड़े विभिन्न संगठन बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
पिंटू प्रधान पीरनगर ने कहा कि गुर्जर समाज हमेशा से देश सेवा में कुर्बानी देता आ रहा है, परंतु उसके बाद भी अगर सरकार बंदूक की नोक पर गुर्जर सम्राट मिहर भोज के वंश को डराना चाहेगी तो इसका विरोध सरकार को झेलना पड़ेगा। जनपद हापुड का गुर्जर समाज पूरी तरह से अपने मेरठ के गुर्जर समाज के साथ है और आंदोलन की चेतावनी दी हैं।
इस दौरान मनपाल गुर्जर ने कहा कि मेरठ में हुए अत्याचार ने साबित कर दिया है कि समाज को पूरी तरह एकजुटता के साथ अपने मान-सम्मान को लेकर किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाएगा।
कपिल मावी मतनौरा ने कहा कि सरकार की तानाशाही के ख़िलाफ़ यह लड़ाई और मज़बूत होगी। इस अवसर पर मेनपाल गुर्जर, रोहित गुर्जर,विनोद कुमार, कपिल मावी, दीपेंद्र,महिपाल, नीरज मावी, मामचंद समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहे।
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