Hapur News: जमीन की पैमाइश के लिए 15 साल से दफ्तरों के चक्कर काट रहा किसान, अब SDM ने किया समाधान का वादा
हापुड़ के कन्नौर गांव का एक किसान अपनी जमीन की पैमाइश के लिए पिछले 15 सालों से अधिकारियों के चक्कर काट रहा है। कागजों में जमीन पूरी होने के बावजूद मौके पर रकबा कम है, जिससे वह परेशान है। समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देने के बाद भी उसे सिर्फ आश्वासन मिला है। एसडीएम ने मामले की जांच और समाधान का वादा किया है।
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संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़)। हापुड़ में तहसील क्षेत्र के कन्नौर गांव में रहने वाला एक किसान अपनी जमीन की पैमाइश कराने के लिए पिछले 15 वर्षों से अधिकारियों के चक्कर काट रहा है। बावजूद उसको सिर्फ आश्वासन एवं तारीख का झुनझुना थमा कर परेशान किया जा रहा है।
बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के कन्नौर गांव में रहने वाले किसान भंवर सिंह सिस्टम की कार्यशैली का दंश पिछले 15 वर्षों से झेल रहे हैं। किसान भंवर सिंह ने बताया कि उसकी कागजों में जमीन पूर्ण है, लेकिन मौके पर जमीन का रकबा कम है। इसको लेकर वह वर्ष 2010 से लगातार अधिकारियों के चक्कर काट रहा है।
संपूर्ण समाधान दिवस एवं थाने में आयोजित समाधान दिवस में डीएम से लेकर अन्य अधिकारियों को उसने जमीन की पैमाइश कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिए, लेकिन हर बार उसको कागज पर जल्द ही समस्या हल करने के निर्देश देकर वापस कर दिया गया।
वहीं, अधिकारी उसके प्रार्थना पत्र पर संबंधित अधिकारियों को समस्या हल करने के निर्देश देते हैं, लेकिन उक्त कर्मचारियों अथवा अधिकारियों की मांग पूर्ण नहीं कर पाने के कारण वह 15 वर्षों से परेशान घूम रहा है।
बता दें कि धौलाना में अधिकारियों की लापरवाही एवं डांट के कारण एक किसान की हदयघात होने से मौत हुई तो चंद मिनटों में वर्षों का रूका कार्य पूर्ण हो गया। इसी तरह गढ़मुक्तेश्वर तहसील क्षेत्र में भी कई पीड़ित सिस्टम की अनदेखी के कारण अधिकारियों के चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं।
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मेरे संज्ञान में यह मामला नहीं है। उस किसान से संपर्क करके मैं स्वयं उसकी समस्या का निराकरण कराऊंगा। किसी भी किसान अथवा व्यक्ति को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। - श्रीराम यादव, एसडीएम, गढ़मुक्तेश्वर

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