Bulldozer Action: सेना की जमीन पर रातों रात कब्जा, प्रशासन के आदेश पर गरजा बुलडोजर
Bulldozer Action in Hapur हापुड़ में सेना की 696 वर्ग गज जमीन पर दिल्ली के दो भाइयों ने अवैध कब्जा करने की कोशिश की। डीएम के आदेश पर शनिवार सुबह जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया गया। कब्जाधारियों ने जमीन का बैनामा होने का दावा किया लेकिन जांच में पता चला कि उन्होंने गलत खसरा नंबर की जमीन का इकरारनामा किया था।

जागरण संवाददाता, हापुड़। नगर के फ्रीगंज रोड स्थित सेना के पड़ाव की 696 वर्ग गज जमीन पर दिल्ली के दो सगे भाईयों ने शुक्रवार रात कब्जा कर लिया। जमीन पर चारदीवारी करा दी गई।
शनिवार सुबह डीएम के आदेश पर जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया। हालांकि, कब्जाधारियों ने जमीन का बैनामा होने की बात कर अधिकारियों को गुमराह करने के साथ विरोध किया। मगर, उनकी एक न चल सकी।
DM ने अवैध कब्जा हटाने का दिया आदेश
नगर के बीचोबीच खसरा संख्या-2244 में सेना के पड़ाव की 32 एकड़ जमीन है। मौके पर जमीन महज दस एकड़ बची हुई है। शुक्रवार देर रात दिल्ली के राजेंद्र त्यागी व अभिषेक त्यागी सरकारी गनर व अपने पक्ष के लोगों के साथ फ्रीगंज रोड पर पहुंचे।
इन लोगों ने सेना के पड़ाव की करीब 696 वर्ग गज जमीन पर राजमिस्त्री लगाकर रेडीमेड चारदीवारी करा दी। मामले की जानकारी पर पुलिस मौके पर पहुंची और काम रुकवा दिया। शनिवार सुबह मामले की जानकारी डीएम प्रेरणा सिंह को हुई।
भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे अधिकारी
जिसके बाद डीएम ने नगर पालिका के और व एसडीएम मनोज कुमार, एसडीएम सदर ईला प्रकाश, तहसीलदार प्रवीण कुमार व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह को मामले की जांच कर अवैध कब्जा हटाने के लिए भेजा। अधिकारियों की टीम भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गई।
.jpg)
कब्जाधारियों ने टीम का विरोध किया। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि उन्होंने इस जमीन का बैनामा किया है। छानबीन के दौरान पता चला कि कब्जाधारियों ने खसरा संख्या-409 में स्थित जमीन का इकरारनामा किया है। कब्जाधारियों ने न्यायालय द्वारा जारी किए जमीन संबंधी उनके पास होने की बात कही।
लेखपाल से जांच कराई गई तो पता चला कि जमीन को बेचने वाला लखनऊ का सुमित मित्तल हाईकोर्ट से केस हार चुका है। जमीन सेना के पड़ाव की ही है। जिसके बाद सरकारी बुलडोजर के जरिए जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया।
दो माह पहले जमीन का बैनामा करने का किया दावा
कब्जाधारियों ने सरकारी अधिकारियों के सामने दो माह पहले जमीन का बैनामा कराने का दावा किया। मगर, बैनामा संबंधी दस्तावेज वह अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर सके। सूत्रों के अनुसार कब्जाधारियों ने सात मार्च को जमीन का इकरारनामा किया है।
जिस जमीन का उन्होंने इकरारनामा किया है वह खसरा संख्या-409 में है। जबकि, उन्होंने खसरा संख्या-224 सेना की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है।
साल-दर-साल जमीन पर हो रहा कब्जा
करोड़ों रुपए की कीमत की सेना के पड़ाव की जमीन पर लंबे समय से भू-माफियाओं की नजर है। रिकार्ड के अनुसार, आर्मी लैंड की करीब 30 एकड़ जमीन राष्ट्रपति के आदेश से पहले ही बेची जा चुकी है। जबकि, 5.5 एकड़ यानि की लगभग 22 हजार वर्ग मीटर जमीन शेष है।
उल्लेखनीय है कि कमला गर्ल्स इंटर कॉलेज के पास एक तालाब था, जिसके खसरा नंबर पर तहसील के रिकॉर्ड में आर्मी लैंड दर्ज था। मगर, तालाब का भराव कर वहां भूखंड बनाकर बेच दिए गए। जिस स्थान पर गुरु नानक गर्ल्स स्कूल चल रहा है, वहां रिकार्ड में आर्मी की रसोई थी। इसके अलावा भी जमीन के फर्जी ढंग से बैनामा कर प्लाट बेचे गए हैं।
बोले जिम्मेदार
सेना के पड़ाव की जमीन पर किए अवैध कब्जे को हटवा दिया गया है। मामले में टीम गठित कर जांच कराई जा रही है। जांच के बाद कब्जाधारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रेरणा शर्मा, डीएम

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।