मंदिर से कलश चुराना शातिर भूषण के लिए कोई नई बात नहीं, उसने कई जगह की थी चोरी; इन मंदिरों पर खास निशाना
हापुड़ में जैन साधु के वेश में मंदिरों में चोरी करने वाला एक व्यक्ति गिरफ्तार हुआ। भूषण वर्मा नामक यह व्यक्ति मंदिरों में घुलमिलकर सोने-हीरे जड़े कलश चुराता था। उसने दिल्ली के लाल किला अशोक विहार और आनंद विहार के मंदिरों में भी चोरी की थी। पुलिस के अनुसार वह दिल्ली के सभी प्रमुख जैन मंदिरों को निशाना बनाने की योजना बना रहा था।

केशव त्यागी, हापुड़। एक आदमी जो जैन साधु का वेश धारण कर मंदिरों में घूमता है, श्रद्धालुओं के बीच घुलमिल जाता है और मौका पाते ही करोड़ों के सोने-हीरे जड़े कलश को झोले में छिपाकर फरार हो जाता है।
यह कोई कहानी नहीं बल्कि, थाना देहात क्षेत्र के वैशाली कॉलोनी के भूषण वर्मा की सच्चाई है। अब वह पुलिस की गिरफ्त में है। उसने न सिर्फ लाल किला परिसर में आयोजित जैन धार्मिक आयोजन ही नहीं बल्कि, दिल्ली के अशोक विहार व आनंद विहार क्षेत्र में जैन मंदिर से कलश चोरी की वारदातों को अंजाम दिया था।
इतना ही नहीं दिल्ली के सभी प्रमुख जैन मंदिरों को अपना निशाना बनाने की की उसने योजना रची थी। दिल्ली पुलिस बृहस्पतिवार देर रात उसे हापुड़ लेकर पहुंची। जहां उसके स्वजन व कई अन्य लोगों से पूछताछ की।
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3 सितंबर को लाल किले के सामने वाले मंदिर से की थी चोरी
बता दें कि तीन सितंबर 2025 को दिल्ली के लाल किला के सामने 15 अगस्त पार्क में जैन समुदाय का एक बड़ा धार्मिक अनुष्ठान चल रहा था।
हजारों श्रद्धालु पूजा-अर्चना में लीन थे, तभी भूषण वर्मा जैन मुनि के वेष में आयोजन स्थल पर पहुंचा। वह रसोईघर के पास गया, जहां पूजा के लिए रखे गए तीन कीमती कलशों जिनमें सोना, हीरे, माणिक्य और पन्ना जैसे रत्न जड़े थे।
उन्हें चोरी कर लिया। मामले में दिल्ली पुलिस व थाना देहात पुलिस ने आरोपित व उसके साथी गौरव कुमार वर्मा और अंकित पाटिल को भी गिरफ्तार किया था।
भूषण की चालाकी का राज
दिल्ली पुलिस की टीम में शामिल दारोगा रोहित ने बताया कि वह यूट्यूब और इंटरनेट मीडिया पर जैन समाज के आयोजनों को ट्रैक करता था। कई दिनों तक मंदिरों में रेकी करता श्रद्धालु बनकर घूमता, कार्यक्रमों की व्यवस्था समझता।
दिल्ली के अशोक विहार और आनंद विहार के जैन मंदिरों से पहले भी वह कलश चुरा चुका था, जहां सीसीटीवी में वह कैद हुआ था।
उसने पुलिस को बताया कि उसके निशाने पर दिल्ली के सभी प्रमुख जैन मंदिर थे, और अगर पकड़ा न जाता तो और बड़ी चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाला था।
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क्या यह सिर्फ चोरी है या बड़ी साजिश?
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह मामला सिर्फ एक चोरी नहीं लगता। भूषण जैन समाज से नहीं था, लेकिन उनके वेश में घुसकर आयोजनों में शामिल होता था। पुलिस अब जांच कर रही है कि क्या इसमें कोई बड़ा गिरोह शामिल है।
बोले जिम्मेदार
दिल्ली के थाना कोतवाली की पुलिस भूषण को लेकर उसके घर गई थी। जहां उसके स्वजन व कई अन्य लोगों से पूछताछ की। जिसके बाद टीम उसे लेकर दिल्ली लौट गई।-विजय गुप्ता, प्रभारी, थाना हापुड़ देहात
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