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    'भाजपा जाएगी तभी खेती मुस्कुराएगी', हापुड़ में आलू किसानों की भूख हड़ताल के समर्थन में उतरे अखिलेश यादव

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 03:31 PM (IST)

    हापुड़ में आलू किसानों के पेमेंट की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे किसानों को पुलिस ने जबरन हटाया। अखिलेश यादव ने किसानों के समर्थन में सोशल मीडिया प ...और पढ़ें

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    हापुड़ में आलू किसानों के पेमेंट की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे किसानों को पुलिस ने जबरन हटाया। जागरण

    डिजिटल डेस्क, हापुड़। हापुड़ में पुलिस और प्रशासनिक टीमों ने किसानों को कलेक्ट्रेट परिसर से जबरन हटा दिया। किसान अपनी आलू की फसल के पेमेंट की मांग को लेकर पांच दिनों से भूख हड़ताल पर थे। इस बीच, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव प्रदर्शनकारियों के समर्थन में सामने आए।

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    किसानों के स्वास्थ्य की जांच करते चिकित्सक। जागरण

    उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट करके अपना समर्थन जताया। उन्होंने लिखा, "हापुड़ के आलू किसानों का भुगतान तत्काल हो, यही हमारी मांग है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम स्थानीय कार्यकर्ताओं से कहेंगे कि वो इस आंदोलन को और बड़ा बनाने के लिए अपना पूर्ण समर्थन दें।"

    उन्होंने सत्तापक्ष पर कटाक्ष करते हुए लिखा, "भाजपा की ये चाल है कि वो खेती-किसानी को इतना कष्टप्रद और कठिन बना देना चाहती है कि दुखी होकर किसान खेती करना ही छोड़ दें और थक-हारकर, हताश होकर अपने खेत और खेती भाजपाई धन्ना सेठों के हाथों में देने पर मजबूर हो जाएं। भाजपाई पहले खेती पर क़ब्ज़ा करेंगे फिर खानपान की हर चीज़ को मनमाने दाम में बेचकर बेतहाशा मुनाफ़ाख़ोरी करेंगे। महंगाई बढ़ाएँगे और आख़िर में ये ज़मीनों पर क़ब्ज़ा कर लेंगे और किसानों को उनके ही खेत पर मज़दूर बनाकर फिर उनका शोषण करेंगे।"

    सपा नेता ने कुछ सवाल भी किए, जैसे-

    • किसान बीज-खाद-पानी-बिजली के लिए लड़े या
    • सूखा-बाढ़, कीट के हमलों से या
    • क्षतिपूर्ति के लिए भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों, बीमा कंपनियों से या
    • पैदावार का भुगतान न करनेवाली कंपनियों और मिलों से या
    • ऐसी शोषणकारी कंपनियों व मिलों से चंदा-कमीशन लेकर उनको बचानेवाली और सैकड़ों किसानों की जान लेनेवाले काले कानून लानेवाली ‘किसान विरोधी भाजपा सरकार’ से।

    'जो उप्र सरकार आलू खरीदी के लिए करोड़ों रुपये के आबंटन करने की बात कर रही थी वो अब कहां है? भाजपा सरकार ने किसानों को हमेशा ठगा है। निंदनीय! भाजपा जाएगी तभी खेती मुस्कुराएगी!'

    उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को, अलग-अलग किसान यूनियनों से जुड़े सैकड़ों किसान कलेक्ट्रेट में इकट्ठा हुए और डिस्ट्रिक्ट हॉर्टिकल्चर ऑफिसर (DHO) के ऑफिस में ताला लगा दिया। किसानों का आरोप है कि डिस्ट्रिक्ट हॉर्टिकल्चर ऑफिसर कंपनी के कर्मचारी की तरह व्यवहार कर रहा है और उनके साथ बुरा बर्ताव कर रहा है। योगेंद्र कुमार, संजीव, रविंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, रविंद्र सिंह, शैकेन्द्र कुमार और संजय समेत सोलह किसान भूख हड़ताल पर बैठ गए।