UP News: 50 साल की उम्र में 13वीं बार मां बनी महिला, एंबुलेंस में ही हुई डिलीवरी; शहर में चर्चाएं तेज
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक 50 वर्षीय महिला ने एंबुलेंस में अपने 13वें बच्चे को जन्म देकर सभी को चौंका दिया। सरकारी एंबुलेंस स्टाफ की सूझबूझ से महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया और जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। यह अनोखा मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। चिकित्सकों ने महिला का बेहतर उपचार दिलाने के लिए उसे मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया।

जागरण संवाददाता, हापुड़। एक तरफ सरकार हम दो हमारे दो के नारे पर जोर दे रही है। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर गंभीरता दिखाई जा रही है। वहीं, जिले में एक महिला ने सरकारी एंबुलेंस में 17वें बच्चे को जन्म देकर सभी को चौंका दिया है। एंबुलेंस स्टाफ की सूझबूझ से किए गए प्रसव से जच्चा-बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं। वहीं, मामला जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसको लेकर हल्ला मचा हुआ है।
पिलखुवा के बजरंगपुरी के इमामुद्दीन ने बताया कि वह मजदूरी करता है। बृहस्पतिवार शाम उसकी पत्नी गुड़िया (50 वर्षीय) प्रसव पीड़ा हुई। स्वजन ने इसकी सूचना क्षेत्र की आशा को दी। आशा ने स्वास्थ्य विभाग की संचालित 108 एंबुलेंस को फोन काल कर बुला लिया। एंबुलेंस तत्काल उनके घर पहुंची और प्रसव पीड़िता को पिलखुवा सीएचसी में लेकर पहुंची। यहां पर चिकित्सकों ने महिला का बेहतर उपचार दिलाने के लिए उसे मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया।
डिलीवरी किट की मदद से सुरक्षित प्रसव किया
पीड़िता को एंबुलेंस से मेडिकल कालेज लेकर जाया ही जा रहा था कि उसकी प्रसव पीड़ा और अधिक बढ़ गई। जिस पर एंबुलेंस में तैनात इएमटी कर्मवीर ने महिला का प्रसव एंबुलेंस में ही करने का निर्णय लिया। उन्होंने पायलेट हमेश्वर को एंबुलेंस रोकने के लिए कहा और उन्होंने डिलीवरी किट की मदद से सुरक्षित प्रसव किया। गुड़िया ने 13वें बच्चे को जन्म दिया।
जुड़वा समेत तीन बेटों हो गई मौत
इमामुद्दीन ने बताया कि उसकी पत्नी गु़ड़िया ने साहिल, राहिल, समीर, रिहाना शादी, इमराना, रमजानी, फैजान, अलीशा, अरू व तीन अन्य पुत्रों को जन्म दिया था। जिनमें से दो जुड़वा समेत तीन पुत्रों की मौत हो गई थी। अब पत्नी ने 13वें बच्चे को जन्म दिया है। पत्नी व बच्चे स्वस्थ हैं।
बोले जिम्मेदार
प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया गया था। जहां पर दोनों की जांच की गई तो दोनों ही स्वस्थ पाए गए। उन्होंने बताया कि समय-समय पर एंबुलेंस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाता है। जिसके चलते आवश्यकता पड़ने पर आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस में उपचार दिया जाता है। - सौरभ शर्मा, एंबुलेंस प्रभारी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।