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यूपी का एक ऐसा गांव जहां से भाजपा को मिले सिर्फ दो वोट, हर तरफ हो रही खूब चर्चा

लोकसभा चुनाव में कुछ ऐसी स्थितियां देखने को मिलीं जो शायद पहले कभी नहीं दिखाई दी हैं। 2014 व 2019 में प्रचंड बहुमत से जीतने वाले भाजपा के पूर्व सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल को एक गांव के मतदाताओं ने बुरी तरह नकार दिया और नोटा के बराबर सिर्फ दो वोट ही मिल पाए। हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी को सपा से हार का सामना करना पड़ा।

By Anurag Mishra Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 10 Jun 2024 01:37 PM (IST)
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यूपी का एक ऐसा गांव जहां से भाजपा को मिले सिर्फ दो वोट, हर तरफ हो रही खूब चर्चा

अनुराग मिश्रा हमीरपुर। लोकसभा चुनाव में कुछ ऐसी स्थितियां देखने को मिलीं, जो शायद पहले कभी नहीं दिखाई दी हैं। 2014 व 2019 में प्रचंड बहुमत से जीतने वाले भाजपा के पूर्व सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल को एक गांव के मतदाताओं ने बुरी तरह नकार दिया और नोटा के बराबर सिर्फ दो वोट ही मिल पाए।

हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी को सपा से हार का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं विकासखंड कुरारा के खिरवा गांव के बूथ संख्या 51 में तो यह हाल रहा कि यहां पर सिर्फ दो ही वोट मिल पाए। वहीं बसपा प्रत्याशी निर्दोष कुमार दीक्षित को इस बूथ में सिर्फ एक वोट ही मिला, जबकि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजेंद्र सिंह को सबसे अधिक 280 वोट मिले।

यहां पर कमल नहीं खिल पाया और साइकिल खूब चली। इतना ही नहीं, इन प्रत्याशियों के अलावा शेष अन्य आठ प्रत्याशियों को एक भी वोट नहीं मिल सका। वहीं नोटा इन आठ प्रत्याशियों से अच्छा रहा और इस बूथ में नोटा को दो वोट मिले। खिरवा गांव में कुल 348 मतदाता के सापेक्ष 285 मतदाताओं ने मतदान किया और सपा प्रत्याशी को यहां पर एकतरफा 280 वोट मिले।

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