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    टीइटी अनिवार्यता से परेशान एक और शिक्षक ने दी जान, महोबा में सहायक अध्यापक पद पर थे तैनात

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 09:20 PM (IST)

    महोबा के एक सहायक अध्यापक ने टीईटी की अनिवार्यता की वजह से परेशान होकर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले भी महोबा के प्रधानाध्यापक ने आत्महत्या कर ली थी। साथी शिक्षकों और परिवार वालों का कहना था कि टीईटी को लेकर परेशान चल रहे थे। वहीं शिक्षक संगठन टीईटी अनिवार्यता को लेकर विरोध कर रहा है।

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    दीवानपुरा मोहल्ला निवासी 52 वर्षीय गनेशीलाल का फाइल फोटो। स्वजन

    संवाद सहयोगी, जागरण, राठ (हमीरपुर)। दो वर्ष में पर टीइटी परीक्षा पास न करने पर शिक्षक की सेवा समाप्त करने की चिंता से परेशान होकर एक और शिक्षक ने जान दे दी। ये शिक्षक भी महोबा में तैनात था। इससे पहले भी महोबा के प्रधानाध्यापक ने टीईटी अनिवार्यता से परेशान होकर आत्महत्या की थी। 

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    कस्बे के सैना रोड दीवानपुरा मोहल्ला निवासी पियूष अनुरागी ने बताया कि उसके पिता 52 वर्षीय गनेशीलाल पुत्र दीनदयाल अनुरागी जनपद महोबा के गोहानी पनवाड़ी में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थे। तीन दिन पहले उसके पिता गया जी में पिंडदान में गए थे।

    शुक्रवार की रात साढ़े तीन बजे पिता घर आ गए थे। शनिवार की सुबह साढ़े सात बजे उसके पिता घर से निकल गए थे। जब देर शाम घर वापस नहीं आए तो खोजबीन की। तभी अतरौलिया मोहल्ला स्थित खाली पड़े मकान में उनका शव बिजली के तार से फंदे पर लटका मिला। मृतक के पुत्र ने बताया कि जब से हाईकोर्ट ने दो वर्ष में टीइटी पास न करने पर सेवा समाप्त की घोषणा की। तब से पिता परेशान चल रहे थे। इसी कारण उन्होंने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। कोतवाल रामआसरे सरोज ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

    मृतक आश्रित ने की थी आत्महत्या

    बता दें कि आठ सितंबर को महोबा के विकासखंड कबरई के पूर्व माध्यमिक विद्यालय प्रेमनगर में तैनात प्रधानाध्यापक चरखारी बाइपास रोड गांधीनगर निवासी 49 वर्षीय मनोज साहू ने जान दे दी थी। उन्होंने घर में ही फंदा लगाकर आत्महतया कर ली थी। साथी शिक्षकों के मुताबिक वह टीइटी की अनिवार्यता को लेकर परेशान थे। इसी को लेकर कुछ दिनों से अन्य शिक्षकों से बात करते रहते थे। 1992-93 में उन्हें मृतक आश्रित में नियुक्ति मिली थी।

    इधर, 2011 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों की सेवा बचाने को प्रयास कर रहा संगठन

    उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की संयुक्त कार्य व संघर्ष समिति की बैठक शहर के शिक्षक रैन बसेरा में आयोजित की गई। शिक्षकों ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा के निर्णय पर रोष व्यक्त किया। संगठन के अध्यक्ष रमाकांत मिश्रा ने बताया कि वे 2011 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों की सेवा को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। न्यायालय में याचिका दायर करने की तैयारी है। 16 सितंबर को प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। बैठक में कई शिक्षक उपस्थित रहे, जिन्होंने संगठन के संघर्ष को समर्थन दिया।

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