'सरदार पटेल पहले प्रधानमंत्री होते तो भारत का बंटवारा नहीं होता', साध्वी निरंजन ज्योति का बड़ा बयान
पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने हमीरपुर के सरीला में कहा कि यदि सरदार वल्लभभाई पटेल पहले प्रधानमंत्री होते तो देश का बंटवारा नहीं होता औ ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हमीरपुर। सरदार वल्लभभाई पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो देश का बंटवारा नही होता और पाकिस्तान पैदा नही होता।
उक्त विचार पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने सरीला में आयोजित अटल स्मृति सम्मेलन व एसआइआर कार्यशाला में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अटल जी की कविताएं वक्ताओं के जुबान पर हैं।
सरीला विकासखंड परिसर में आयोजित अटल स्मृति सम्मेलन व एसआइआर कार्यशाला में मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने वोट चोरी का मामला उठाते हुए कहा कि आजादी के बाद प्रधानमंत्री बनाने का जनादेश सरदार वल्लभभाई पटेल के पक्ष में था।
मगर कांग्रेस ने वोट चोरी कर जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनाया। उन्होंने भाजपा सरकार में किसी के साथ भेदभाव न कर सभी योजनाओं का लाभ सभी को समानता से मिलने की बात कही। एसआइआर व घुसपैठियों के लिए सभी को सजगता से काम करने की जरूरत है।
विशिष्ट अतिथि जालौन के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह जादौन ने अटल की पंक्तियां हार नहीं मानूंगा रार नहीं ठानूंगा सुनाते हुए आजादी से इमरजेंसी तक की बर्बरता को याद कर लोगों को अटल के संघर्ष के बारे में बताया।
इस मौके पर राठ विधायक मनीषा अनुरागी, जिला पंचायत अध्यक्ष जयंती राजपूत व जिलाध्यक्ष शकुंतला निषाद ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
वहीं छह ग्राम प्रधानों को पार्टी का पट्टा पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री नरवेंद्र सिंह ने किया। इस मौके पर पूर्व विधायक डा.अम्बेश कुमारी, किशन व्यास, केके त्रिवेदी, उमाकांत सिंह राजपूत व तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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