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    UP News: पत्नी की हत्या के बाद पति ने छोड़ा गांव, बताई आपबीती, बोला- चार नकाबपोश बदमाशों ने घर पर बोला था धावा

    Updated: Wed, 09 Jul 2025 05:05 PM (IST)

    हमीरपुर के चिल्ली गांव में एक महीने पहले हुई गीता हत्याकांड में नया मोड़ आया है। घायल पति अनिल ने होश में आकर बताया कि कैसे नकाबपोशों ने घर में घुसकर हमला किया था जिसमें उसकी पत्नी गीता की मौत हो गई थी। अनिल अब डर के कारण गांव छोड़कर अपने मामा के घर रहने को मजबूर है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    पत्नी की हत्या के बाद पति ने छोड़ा गांव, बताई आपबीती

    जागरण संवाददाता, हमीरपुर। एक माह 16 दिन पहले चिल्ली गांव की गीता हत्याकांड में अब एक नया मोड़ सामने आया हैं। जहां मृतका गीता के घायल पति अनिल ने होश में आने के बाद मीडिया के सामने अपनी आपबीती बताई है। अनिल उस घटना के याद आने पर सदमे में आ जाता है। अनिल ने चार नकाबपोश युवकों पर घर में घुसकर हमला करने की बात कही है।

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    कोतवाली के चिल्ली गांव में 22 मई की रात घर में घुसकर अनिल, उसकी पत्नी गीता व पुत्री शानवी पर जानलेवा हमला हुआ था। इस घटना में गीता की मौत हो गई थी। अनिल कानपुर रीजेंसी अस्पताल में एक माह तक भर्ती रहा। 

    पुलिस ने इस घटना में एक आरोपित का एनकाउंटर कर उसको हिरासत में लेकर जेल भी भेज मामले का खुलासा कर दिया था। वहीं घटना के बाद से ही रीजेंसी अस्पताल मे अनिल जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा था और एक माह बाद उसने जंग जीत भी ली और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर आकर अनिल ने घटना को मीडिया के सामने बताया। 

    अनिल ने बताया कि 22 मई को गांव में रतन राजपूत के यहां शादी थी। वह शादी में गया था। रात करीब साढ़े ग्यारह बजे वह शादी से लौटकर घर आया। इसके बाद उसने थोड़ी देर मोबाइल चलाया। 

    रात करीब 12 बजे किसी ने दरवाजा खटखटाया। जब उसने आवाज लगाई तो बाहर से आवाज आईं कि पिन चाहिए। जब उसने दरवाजा खोला तो तीन नकाबपोश युवक घर के अंदर घुस आए। एक युवक बाइक पर ही बैठा था। 

    घर में घुसकर युवकों ने हमला कर दिया था, जिससे वह आंगन में बेहोश होकर गिर पड़ा। इसके बाद उसे कुछ भी पता नहीं है कि उसकी पत्नी व पुत्री के साथ क्या हुआ। जब अनिल को पुरानी घटना की याद आईं तो उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े। 

    वह अभी भी दहशत में हैं क्योंकि उसके अनुसार घटना के मुख्य आरोपित अभी भी फरार हैं। अनिल अपने मामा के यहां मझगवां थाने के नौरंगा गांव में रहने के लिए मजबूर हैं। 

    अनिल ने बताया कि वह अब गांव नहीं जाएगा। उसे दोबारा जिंदगी मिली है। अनिल ने बताया कि एक माह 10 दिन बाद परिवार में दूसरी हत्या हो गई है। वह पहले भी एक घटना को करीब से देख चुका है, जिससे वह डरा हुआ है। 

    कभी भी बदमाश वारदात को अंजाम दे सकते हैं। अनिल के बयान इंटरनेट मीडिया में प्रचलित हो रहे हैं। इस संबंध में सीओ राजीव प्रताप सिंह ने बताया कि अभी जांच चल रही है। अनिल से अभी वार्ता नहीं हुई है।