तू काला इसलिए शेषनाग...हमीरपुर में छात्रों पर स्कूल में अभद्र कमेंट करने वाले प्रधानाध्यापक निलंबित
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक स्कूल के प्रधानाध्यापक को छात्रों पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। प्रधानाध्यापक पर छात्र ...और पढ़ें
-1765540025210.webp)
जागरण संवाददाता, हमीरपुर। हमीरपुर (Hamirpur) में छात्रों पर अभद्र टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। स्कूल में शिक्षक काले बच्चों को शेषनाग और गोरे को भूरा कहकर पुकारते। जब ये बात अभिभावकों को पता चली तो हंगामा खड़ा हो गया। जांच में दोषी पाए जाने पर प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया है।
मामला मौदहा विकासखंड के सिलौली गांव स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय कंपोजिट का है। आठ दिसंबर को अभिभावकों और छात्रों ने स्कूल में जमकर हंगामा किया था। प्रधानाध्यापक रामलखन सोनी पर आरोप लगाया था कि वह बच्चों को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करके बुलाते हैं। इतना ही नहीं बच्चों ने बताया था कि प्रधानाध्यापक काले बच्चे को शेषनाग और गोरे को भूरा कहकर भी बुलाते हैं।
जांच के आदेश दिए गए थे
वहीं जब अभिभावकों को इसकी जानकारी हुई तो वह भी नाराज हुए और उन्होंने जमकर हंगामा किया था। इस संबंध में अभिभावकों ने जिलाधिकारी व बीएसए को भी पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आलोक सिंह ने एबीएसए मौदहा को मामले की जांच करने के आदेश दिए थे।
कर दिए गए निलंबित
मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आलोक सिंह ने एबीएसए मौदहा को मामले की जांच करने के आदेश दिए थे। एबीएसए की जांच रिपोर्ट के बाद बीएसए ने प्रधानाध्यापक रामलखन सोनी से स्पष्टीकरण भी मांगा था। वहीं शुक्रवार को बीएसए ने उच्च प्राथमिक विद्यालय कंपोजिट सिलौली के प्रधानाध्यापक रामलखन सोनी को निलंबित करते हुए उन्हें मौदहा के उच्च प्राथमिक विद्यालय भवानी में सम्बद्ध करते हुए मामले की जांच के लिए एबीएसए सरीला आशीष चौहान को जांच अधिकारी नामित किया है। जो मामले की जांच कर रिपोर्ट बीएसए को सौंपेंगें।
,
शिकायत करने वाली छात्रा को घसीटता शिक्षक। सौजन्य वीडियोग्रैब
अन्य शिक्षकों में मची खलबली
काले बच्चों को शेषनाग और गोरे को भूरा कहने के मामले में आक्रोशित छात्र छात्राओं व अभिभावकों के हंगामे के बाद कार्रवाई की गई। जांच के आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापक को दोषी मानते हुए उसे निलंबित करते हुए उसे दूसरे विद्यालय में सम्बद्ध कर दिया है। इस कार्रवाई से शिक्षकों में खलबली मची हुई है।
दोषी प्रधानाध्यापक रामलखन सोनी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करते हुए मामले की जांच के लिए एबीएसए सरीला आशीष चौहान को जांच अधिकारी नामित किया गया है। वहीं निलंबित प्रधानाध्यापक को उ.प्रा.वि.भवानी में सम्बद्ध किया गया है।
- आलोक सिंह, बीएसए हमीरपुर।
अभिभावकों की सुनिये
मेरा भाई समर कक्षा आठ का छात्र है। विद्यालय के प्रधानाचार्य जाति पूछ कर मारते-पीटते हैं। शिक्षक हरिमोहन गुप्ता अपनी गाड़ी की सफाई करवाते हैं। शिक्षक राजकुमार स्कूल के समय सिगरेट पीते रहते हैं।
अभिषेक, अभिभावक
विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों व अभिभावकों के द्वारा जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वह गलत हैं। बच्चों को पढ़ाई के लिए डांटा जाता है। किसी भी बच्चे को जातिसूचक शब्दों से नहीं बुलाया जाता है।
रामलखन सोनी, प्रधानाध्यापक
बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का प्रयास किया जाता है। राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा में चार वर्षों में 17 व नवोदय परीक्षा में दो और अटल आवासीय में सात बच्चों का चयन हुआ है। यदि बच्चों को न पढ़ाया जाता तो बच्चों का कैसे चयन होता।
हरिओमोहन गुप्ता, शिक्षक
विद्यालय परिसर में किसी भी तरह का धूमपान नहीं किया जाता है। बच्चों व अभिभावकों द्वारा सिगरेट पीने का आरोप लगाया जा रहा है वह पूरी तरह गलत है। विद्यालय की गुटबाजी में बच्चों के भविष्य को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।
राजकुमार, शिक्षक

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।