CM स्वरोजगार योजना में वसूली के आरोप में उपायुक्त उद्योग केंद्र को हटाया, शिकायत पर DM ने ADM-CDO से कराई जांच तो खुली पोल
बुंदेलखंड के महोबा में पीएम फसल बीमा घोटाले के बाद हमीरपुर में भी अफसर भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गए हैं। उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र रवि वर् ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हमीरपुर। बुंदेलखंड के महोबा में वन विभाग, नदियों-पहाड़ों, चकमार्गों, बंधों व नालों की जमीन पर प्रधानमंत्री फसल बीमा करा भुगतान लेकर 40 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद अब हमीरपुर में भी अफसर भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गए हैं। यहां मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में आवेदन करने वालों से बैंक से ऋण देने के नाम पर वसूली करने का आरोप उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र रवि वर्मा पर लगा है।
डीएम की ओर से कराई गई जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर उन्हें उपायुक्त के पद से हटाकर सहायक आयुक्त उद्योग के पद पर भेज दिया गया है। उनके स्थान पर राठ के एसडीएम न्यायिक अभिषेक कुमार को जिम्मेदारी दी गई है। उद्योग विभाग में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में बैंक से ऋण देने के नाम पर आवेदन करने वाले लोगों से उगाही की शिकायत आवेदकों ने जिलाधिकारी घनश्याम मीना से की थी।
जिलाधिकारी ने एडीएम वित्त एवं राजस्व विजयशंकर तिवारी और सीडीओ अरुण कुमार सिंह की दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच कराई। जांच में आउटसोर्सिंग कर्मियों द्वारा ऋण दिलाने के नाम पर आवेदकों से उगाही करने की बात सामने आई। सीडीओ ने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र रवि वर्मा से कार्यभार वापस लेकर एसडीएम न्यायिक राठ अभिषेक कुमार को सौंपा है।
आरोप जांच में सही पाए गए हैं। आउटसोर्सिंग कर्मियों के खिलाफ अभी जांच चल रही है। उन पर भी कार्रवाई हो सकती है। बीते दिनों उद्योग केंद्र कार्यालय के अंदर ड्यूटी के दौरान वहां पर तैनात कर्मचारियों के नृत्य करने के कुछ वीडियो भी इंटरनेट मीडिया में प्रचलित हुए थे, जिसमें सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया था। जवाब मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।