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    World Environment Day: बरगद, पीपल व पाकड़- पर्यावरण को बनाएंगे धाकड़

    By Pradeep SrivastavaEdited By:
    Updated: Sun, 05 Jun 2022 06:05 AM (IST)

    World Environment Day 2022 विश्व पर्यावरण दिवस पर गोरखपुर के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में पीपल पाकड़ व बरगद के पौधे रोपे जाएंगे। इन पौधों के देखभाल की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों की होगी। जिले की 1294 ग्राम पंचायतों में हरिशंकरी के 3882 पौधे रोपे जाएंगे।

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    World Environment Day: गोरखपुर की सभी ग्राम पंचायतों में इस बार 3882 पौधे लगाए जाएंगे। - प्रतीकात्मक तस्वीर

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रविवार को जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में पीपल, पाकड़ व बरगद (हरिशंकरी) के पौधे रोपे जाएंगे। पर्यावरण को संतुलित करने में इसके वृक्ष का विशेष महत्व माना जाता है। इनके वृक्ष लंबी अवधि तक जीवित रहते हैं और अधिकांश समय तक हरे-भरे रहते हैं। यह पौधे वातावरण में व्याप्त अधिकांश हानिकारक गैसों को अवशोषित करके अधिक से अधिक आक्सीजन उत्सर्जित करते हैं। इन पौधों के देखभाल की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों की होगी।

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    1294 ग्राम पंचायतों में लगाए जाएंगे 3882 हरिशंकरी के पौधे

    पीपल, पाकड़, बरगद के संयुक्त रोपण को हरिशंकरी कहते हैं। मत्स्य पुराण के अनुसार पीपल में विष्णु, बरगद में शिव व पाकड़ में ब्रह्मा का वास माना जाता है। बरगद विशालकाय छाया वृक्ष है। पाकड़ सदा हरा-भरा रहने वाला वृक्ष है। इसका छत्र काफी फैला व घना होता है। इससे घनी शीतल छाया मिलती है। इस बार जिले के 1294 ग्राम पंचायतों में हरिशंकरी के 3882 पौधे रोपे जाएंगे। वन विभाग का मानना है कि इन पौधों के विकास से वहां की आबोहवा बेहतर होगी।

    कांफ्रेंस आफ पंचायत से वर्चुअली जुड़ेंगे ग्राम प्रधान

    विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कांफ्रेंस आफ पंचायत का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रीय आयोजन के इस कार्यक्रम में भारत सरकार के पंचायती राजमंत्री गिरिराज राज सिंह, अपर मुख्य सचिव पर्यावरण मनोज सिंह, पदम श्री श्याम सुंदर पालिवाल सहित देश के नामचीन विशेषज्ञ ग्राम प्रधानों से वर्चुअली जुड़ेंगे।

    हरिशंकरी का पौधा पर्यावरण व धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इनके पेड़ों से अधिक आक्सीजन व अधिक छाया मिलती है। जिले के सभी ग्राम पंचायतों में रविवार को इसके पौधे रोपे जाएंगे। लखनऊ के मरकरी हाल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कांफ्रेंस आफ पंचायत का आयोजन किया गया है। उसमें पर्यावरण संरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। सभी ग्राम प्रधानों को उससे वर्चुअली जुड़ने के लिए कहा गया है। - विकास यादव, डीएफओ।