World Cup Final: भारतीय टीम के खिलाड़ियों में जोश- जुनून भरपूर, टीम इंडिया जीतेगी जरूर
World Cup Final 2023 विश्व कप फाइनल को लेकर गोरखपुर के खिलाड़ियों में जबरदस्त का उत्साह और विश्वास है। उनका कहना है कि टीम के खिलाड़ियों में जोश के साथ ही जुनून भरपूर है। यही वजह है कि यह फाइनल मुकाबला टीम इंडिया जरूर जीतेगी। शहर के बार रेस्टोरेंट व होटलों में मैच देखने को बड़ी- बड़ी स्क्रीन लगाने के साथ ही काफी खास इंतजाम किए गए हैं।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। World Cup Final 2023: विश्व कप-2023 के लीग मैचों व सेमीफाइनल मुकाबले में लगातार जीत दर्ज कर फाइनल में पहुंचने वाली टीम इंडिया के खिलाड़ियों के हौसले बुलंद हैं तो उनसे क्रिकेट की बारीकियां सीखने वाले नवोदित खिलाड़ी भी उत्साहित हैं। आज फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम की जीत को लेकर सभी आश्वस्त हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में खिलाड़ियों ने कहा कि टीम के खिलाड़ियों में जोश के साथ ही जुनून भरपूर है। यही वजह है कि यह फाइनल मुकाबला टीम इंडिया जरूर जीतेगी।
क्या कहते हैं खिलाड़ी
टीम इंडिया के कई वरिष्ठ खिलाड़ियों का आखिरी विश्व कप होने वाला है, लेकिन जिस तरह से उन्होंने प्रदर्शन किया है वह काबिलेतारीफ है। विराट कोहली ने बल्लेबाजी व मोहम्मद शमी ने गेंदबाजी से फाइनल तक पहुंचने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान दिया है। -विशाल पांडेय, क्रिकेटर
रोहित शर्मा ने न सिर्फ टीम का बेहतर नेतृत्व किया है, बल्कि विश्व कप में उम्दा प्रदर्शन भी किया है। हमें उनसे यह सीख लेनी चाहिए कि टीम को शुरुआती मजबूती देकर जब लीडर खुद अच्छा प्रदर्शन करेगा तो अन्य खिलाड़ी भी वैसा ही करेंगे। इससे टीम मुकाबला जरूर जीतेगी। -उत्कर्ष मिश्रा, क्रिकेटर
विराट कोहली के निरंतर रन बनाने से भारतीय टीम में काफी निखार आया है। उनका प्रदर्शन युवा खिलाड़ियों के लिए सीख है। हमें अपने जुनून के प्रति प्रतिबद्ध रहकर अच्छी तैयारी करनी चाहिए। इससे सफलता का आनंद दोगुना हो जाएगा। -संदीप मित्तल, क्रिकेटर
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के खेल ने हमें यह सिखाया है कि कभी भी हौसला नहीं हारना चाहिए। इस तेज गेंदबाज से हमें हमेशा सीखना है कि भले ही परिस्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों न हो़ं, आपको अपना काम निरंतर करना चाहिए। कभी हार नहीं माननी चाहिए और कभी हौसला नहीं हारना चाहिए। -बसु तिवारी, क्रिकेटर
यह भी पढ़ें, DDU Gorakhpur: घर बैठे मिलेगी डिग्री, विद्यार्थियों को नहीं लगाना होगा विश्वविद्यालय का चक्कर
भारतीय कोच राहुल द्रविड़ से आप यह सीख सकते हैं कि अनुशासन और फुर्ती दो ऐसे गुण हैं, जिससे आप बेहतरीन खिलाड़ी बन सकते हैं। उन्होंने जूनियर क्रिकेट में काफी लगन के साथ काम किया। जिसका परिणाम आज देखने को मिल रहा है। -अंकुर लखमनी, क्रिकेटर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।