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    Indian Railways News: गोरखपुर जंक्शन, डोमिनगढ़, नकहा और कैंट स्टेशन पर 'EI' सिस्टम लागू

    Updated: Sun, 28 Sep 2025 08:48 AM (IST)

    गोरखपुर जंक्शन कैंट नकहा जंगल और डोमिनगढ़ स्टेशन पर अब इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से ट्रेनों का संचालन हो रहा है। कंप्यूटर डिस्प्ले बोर्ड पर माउस से ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। नई रेल लाइनों पर ट्रेनों की गति निर्धारित की गई है और स्टेशनों की ट्रैक क्षमता बढ़ गई है। गोरखपुर न्यूज़ के अनुसार इससे ट्रेनों का परिचालन सुचारू होगा।

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    अब कंप्यूटर डिस्प्ले बोर्ड पर माउस से हो रहा ट्रेनों का संचालन

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर जंक्शन, गोरखपुर कैंट, नकहा जंगल और डोमिनगढ़ स्टेशन पर अब इलेक्ट्रािनिक इंटरलाकिंग सिस्टम (ईआइ) से ट्रेनों का संचालन आरंभ हो गया है। गोरखपुर जंक्शन से आसपास वाले सभी छोटे स्टेशन इलेक्ट्रािनिक इंटरलाकिंग सिस्टम से जुड़ गए हैं।

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    ट्रेनों का संचालन कंप्यूटर डिस्प्ले बोर्ड पर माउस के क्लिक से किया जा रहा है। इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम मानवीय त्रुटि की संभावनाओं को कम करता है।

    शुक्रवार को गोरखपुर-डोमिनगढ़ थर्ड लाइन और गोरखपुर नकहा डबल लाइन का निरीक्षण व स्पीड ट्रायल करने के बाद रेल संरक्षा आयुक्त, उत्तर पूर्व सर्किल (सीआरएस) प्रणजीव सक्सेना ने नई रेल लाइनाें पर ट्रेन चलाने की अनुमति प्रदान कर दी है।

    उन्होंने नई रेल लाइनों पर ट्रेनों की अधिकतम गति भी निर्धारित कर दी है। सीआरएस ने गोरखपुर-डाेमिनगढ़ थर्ड लाइन पर अधिकतम 15 किमी प्रति घंटे तथा गोरखपुर-नकहा जंगल डबल लाइन पर अधिकतम 50 किमी प्रति घंटे की गति से ट्रेन चलाने की अनुमति प्रदान की है।

    डोमिनगढ़ से गोरखपुर और गोरखपुर कैंट तक थर्ड लाइन व गोरखपुर से नकहा जंगल तक डबल लाइन पर ट्रेनें चलने लगी हैं। थर्ड और डबल लाइन के खुल जाने से गोरखपुर जंक्शन, डोमिनगढ़, नकहा और कैंट स्टेशन की ट्रैक क्षमता बढ़ गई है।

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    अब ट्रेनें आसपास वाले स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी। रनथ्रू गोरखपुर जंक्शन पहुंच सकेंगी। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार दूसरी व तीसरी लाइन के निर्माण से लाइन क्षमता में वृद्धि होगी। मांग के अनुरूप ट्रेनें अधिक संख्या में तीव्र गति से चलाई जा सकेंगी।

    यात्री ट्रेनों का परिचालन और अधिक सुचारू रूप से होगा। समय पालन में सुधार होगा। इसके साथ ही इस रेल खंड पर चलने वाली मालगाड़ियों के परिचालन समय में भी कमी आएगी।

    फिलहाल, गोरखपुर जंक्शन पर पांच दिन का मेगा ब्लाक समाप्त हो गया है। निरस्त व मार्ग परिवर्तित ट्रेनों का संचालन प्रारंभ हो गया है।