Gorakhpur NEET Student Murder: छात्र की हत्या से भीड़ उग्र, पथराव-आगजनी के बाद चौकी इंचार्ज सहित सभी सिपाही निलंबित
Gorakhpur Crime News गोरखपुर के पिपराइच में पशु तस्करों ने नीट की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता का अपहरण कर हत्या कर दी। घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने तस्करों की गाड़ी फूंकी और पुलिस पर पथराव किया जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। मुख्यमंत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। (Pipraich crime news )पशु तस्करों ने सोमवार रात पिपराइच में छात्र दीपक गुप्ता को अगवा कर उसकी हत्या कर दी। ग्रामीणों ने भाग रहे तस्करों में एक को पकड़कर जमकर पीटा। उसको हिरासत में लेने पहुंची पुलिस से ग्रामीणों की झड़प हो गई। भीड़ ने तस्करों की गाड़ी में आग लगा दी। पुलिस पर पथराव कर दिया।
एसपी उत्तरी जितेंद्र श्रीवास्तव, थानाध्यक्ष समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। रात करीब तीन बजे से शुरू हुआ बवाल मंगलवार दोपहर 12 बजे तक चला। स्वजन का आरोप है कि पुलिसकर्मी अगवा बेटे को ढूंढने की बजाय तस्कर को हिरासत में लेने के लिए ज्यादा चिंतित थे।
दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई, सरकारी नौकरी, एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलित ग्रामीण उच्चाधिकारियों के आश्वासन पर शांत हुए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
तस्करों की धरपकड़ के लिए एसटीएफ को लगाया गया है। 12 अज्ञात के खिलाफ अपहरण व हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश गोरखपुर पहुंच गए हैं। एसएसपी ने पूरी जंगल धूसड़ चौकी को निलंबित कर दिया है।
भठ्ठा चौराहे उग्र ग्रामीणों को रोकती पुलिस। जागरण
पिपराइच क्षेत्र के जंगल छत्रधारी में रहने वाले दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर की दुकान हैं। उनका 12वीं पास बेटा दीपक नीट (gorakhpur neet aspirant student murder) की तैयारी कर रहा था। दुकान की ऊपरी मंजिल पर संचालित ट्रैवल एजेंसी पर सो रहे भांजे मोनू ने दुर्गेश गुप्ता को फोन कर बताया कि बोलेरो और पिकअप सवार (gorakhpur cattle smuggler) 10-12 संदिग्ध गांव में घूम रहे हैं जो पशु लादने की कोशिश कर रहे हैं। वह लोग दुकान का शटर तोड़ने की भी कोशिश कर रहे हैं।
दुर्गेश तत्काल बेटे दीपक व भाई वीरेंद्र के साथ बाइक से पहुंचे। दीपक ने शोर मचाते हुए पीछा किया तो तस्कर पथराव करने लगे। दुर्गेश और वीरेंद्र घायल हो गए। इसी बीच तस्करों ने दीपक को पकड़कर बोलेरो में बैठा लिया और सिर पर रॉड-डंडे से मारकर हत्या (gorakhpur murder) के बाद गुलरिहा क्षेत्र में सड़क पर फेंक कर फरार हो गए।
ग्रामीणों ने मवेशियों से लदी तस्करों की दूसरी गाड़ी (पिकअप) घेर ली। गाड़ी फंसने पर तस्कर भागने लगे। बिहार के गोपालगंज निवासी तस्कर अजब हुसैन को पकड़कर ग्रामीणों ने मंदिर में बंधक बना लिया और गाड़ी को फूंक दिया।
भठ्ठा चौराहे पर ग्रामीणों को रोकती पुलिस।-जागरण
मामले की जानकारी होने पर पिपराइच पुलिस तस्कर को कब्जे में लेने पहुंची तो परिवार के लोग दीपक को ढूंढने की मांग करने लगे। विवाद बढ़ने पर आसपास के थानों की फोर्स बुला ली गई। रात में 2:30 बजे पता चला कि तस्करों ने दीपक की हत्या कर शव को सरैया गांव में फेंका था जिसे गुलरिहा पुलिस ने बीआरडी मेडिकल कालेज की मोर्च्यूरी में रखवाया है।
फोटो से पहचान होने पर गांव वाले भड़क गए और तस्कर को कब्जे में लेने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। धक्का-मुक्की व पथराव में एसपी उत्तरी जितेंद्र श्रीवास्तव घायल हो गए और थानेदार पुरुषोत्तम सिंह का दायां हाथ फैक्चर हो गया।
चिलुआताल थानेदार अतुल श्रीवास्तव समेत कई सिपाही भी चोटिल हुए। फूंकी गाड़ी बरेली के तस्लीम के नाम पर पंजीकृत है, जिसे वर्तमान में मुरादाबाद का शाने आलम चला रहा था। मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी। कई बार पुलिस से झड़प हुई।
भठ्ठा चौराहे पर ग्रामीणों को रोकने के लिए लगी पुलिस फोर्स। जागरण
पीएसी के अलावा सभी थानों व कुशीनगर तथा महराजगंज जिलों से भी थानेदारों को फोर्स के साथ बुला लिया गया। दोपहर बाद एडीजी जोन मुथा अशोक जैन, डीआइजी डा. एस. चन्नप्पा, डीएम दीपक मीणा, एसएसपी राजकरन नय्यर पहुंचे।
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पीड़ित परिवार को न्याय और दोषियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया, जिसके बाद लोग शांत हुए। पांच घंटे जाम से गोरखपुर-पिपराइच मार्ग पूरी तरह ठप रहा। पोस्टमार्टम के बाद देर शाम छात्र का अंतिम संस्कार हुआ।
पशु तस्करों की पिटाई से छात्र की मृत्यु हुई है। एक पशु तस्कर पकड़ा गया है जिसका बीआरडी मेडिकल कालेज में उपचार चल रहा है। घटना में शामिल तस्करों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें बनाई गई हैं। - राजकरन नय्यर, एसएसपी
पीड़ित परिवार के लोगों की जो भी मांग है, उसमें जितनी स्थानीय स्तर से पूरी की जा सकती है, उसे पूरा किया जाएगा। बाकी मांगे शासन को भेजी जाएंगी। - दीपक मीणा, डीएम
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