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    महुआचाफी कांड: एक लाख के इनामी तस्कर मन्नू शाह ने किया सरेंडर, दो सिपाही लाइन हाजिर

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 07:07 AM (IST)

    गोरखपुर के महुआचाफी कांड में पुलिस ने तस्करों पर शिकंजा कसा है। एक लाख के इनामी तस्कर मन्नू शाह ने गोपालपुर थाने में सरेंडर कर दिया है। एसटीएफ ने 10 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने आठ तस्करों की पहचान की है जिनमें से कुछ गिरफ्तार हो चुके हैं। अजहर हुसैन के मोबाइल से तस्करी के नेटवर्क का खुलासा हुआ है।

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पिपराइच क्षेत्र के महुआचाफी गांव में नीट की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता की हत्या के मामले में शामिल तस्करों पर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। शनिवार को इस कांड से जुड़ा बड़ा अपडेट सामने आया जब बिहार के गोपालगंज जिले का कुख्यात तस्कर और एक लाख रुपये का इनामी मन्नू शाह ने गोपालपुर थाने में दर्ज मुकदमे में सरेंडर कर दिया। थाना प्रभारी सुभाष कुमार पासवान ने उसके सरेंडर की पुष्टि की। मन्नू शाह पहले से ही पशु व शराब तस्करी के कई मामलों में वांछित था और पुलिस की टॉप मोस्ट लिस्ट में शामिल था।

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    उधर, गोरखपुर एसटीएफ यूनिट ने शुक्रवार से केस की विवेचना अपने हाथ में लेने के बाद छापेमारी और तेज कर दी है। शनिवार देर रात तक हुई कार्रवाई में एसटीएफ ने 10 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। ये सभी आरोपितों के करीबी बताए जा रहे हैं और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।

    महुआचाफी कांड में पुलिस ने अब तक आठ तस्करों की पहचान की है। इनमें गोपालगंज का अजहर हुसैन ग्रामीणों के हत्थे चढ़ा था जिसकी बाद में बीआरडी मेडिकल कालेज में मौत हो गई। कुशीनगर का रहीम पुलिस मुठभेड़ में धरा गया, जबकि गीडा क्षेत्र के तीन तस्कर – राजू, छोटू और रामलाल को शनिवार को जेल भेजा गया।

    मन्नू शाह के सरेंडर के बाद अब फरार चल रहे रामपुर के जुबैर और पिपराइच के मुन्नू निषाद की तलाश में पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें बिहार, पश्चिमी यूपी, संत कबीर नगर और कुशीनगर में लगातार दबिश दे रही हैं।सोमवार की रात ग्रामीणों के हत्थे चढ़े अजहर उर्फ अजब हुसैन से बरामद मोबाइल फोन की जांच में पता चला कि 22 अलग-अलग नंबरों पर घटना वाली रात में बातचीत हुई थी।

    इनमें वही नंबर शामिल हैं जो हत्या में सीधे तौर पर शामिल तस्करों से जुड़े थे। इन काल डिटेल्स के आधार पर एसटीएफ की टीमें कुशीनगर, देवरिया और संत कबीर नगर में डेरा जमाए हैं और नेटवर्क के हर धागे को खंगाल रही हैं।

    यह भी पढ़ें- महुआचाफी कांड: हाईवे के थानों पर लंबे समय से तैनात पुलिसवाले बने तस्करों की ढाल, अब बड़े पैमाने पर होगी सफाई

    गोपनीय जांच रिपोर्ट के आधार पर शनिवार को एसएसपी राजकरन नय्यर ने पिपराइच थाने पर तैनात सिपाही अफसर जमाल और मुंशी प्रदीप कुमार को लाइन हाजिर कर दिया।सूत्रों का कहना है कि जांच में कई और पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिन पर जल्द ही बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

    दूसरी तरफ महुआचाफी गांव में शनिवार की रात ड्रोन उड़ने से हड़कंप मच गया।अनहोनी की आशंका में गांव के लोग डंडा लेकर बाहर निकल गए। सुरक्षा में लगी पुलिस की टीम भी गश्त कर रही है।