Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गोरखपुर-देवरिया के कछार की राह होगी आसान, 72 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा पुल

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 12:04 PM (IST)

    गोरखपुर और देवरिया के कछार क्षेत्र में राप्ती नदी पर 72 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण शुरू हो गया है। इस पुल के बनने से डेढ़ लाख लोगों को सुवि ...और पढ़ें

    Hero Image

    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर और देवरिया के कछार में रहने वालों को वर्षा के मौसम में छोटी नाव का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। दोनों जिलों के कछार में रहने वालों के सुगम आवागमन के लिए बैरियाखास में राप्ती नदी पर पुल का निर्माण शुरू हो गया है। 72 करोड़ रुपये की लागत वाले पुल का निर्माण दो वर्ष में पूरा होना है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इससे डेढ़ लाख की आबादी को आने-जाने में काफी सहूलियत हो जाएगी। साथ ही देवरिया से आने-जाने की दूरी भी 15 किलोमीटर घट जाएगी। पुल के साथ ही पहुंच मार्ग, अतिरिक्त पहुंच मार्ग भी बनेगा। निर्माण कार्य के लिए कार्यदायी संस्था सेतु निगम को 10.75 करोड़ रुपये की धनराशि मिल चुकी है।

    बैरिया खास में बनने वाला पुल देवरिया जिले के बरांव गांव से जुड़ेगा। इसके बन जाने से कछार क्षेत्र के दर्जनों गांवों का सीधा संपर्क देवरिया जिले से हो जाएगा। साथ ही मानसून के मौसम में पीपा पुल पर निर्भरता समाप्त हो जाएगी।

    सबसे अहम बात यह कि इस पुल से बड़हलगंज और देवरिया के बीच आवागमन में समय की खासी बचत होने लगेगी। अभी बड़हलगंज से बरहज, कपरवार होकर देवरिया जाने में 51 किमी यात्रा करनी पड़ती है। बैरियाखास पुल बन जाने के बाद यह दूरी घटकर 36 किमी रह जाएगी।

    यह भी पढ़ें- गोरखपुर स्टेशन पर मची भगदड़, प्लेटफार्म तीन-चार पर एकसाथ पहुंची दो ट्रेनें

    मई-जून में खुल जाता है पीपा पुल
    अक्टूबर में राप्ती नदी पर पीपा पुल लगाया जाता है। इसके बाद लोगों को आवागमन में सुविधा हो जाती है। वर्षा की शुरुआत होते ही जैसे ही राप्ती का जलस्तर बढ़ता है मई-जून में पीपा खोल दिया जाता है। इसके बाद छोटी नाव के सहारे ही नदी पार करने की मजबूरी होती है। इन नाव में वाहन न आने के कारण ग्रामीणों को दूसरी जगह जाने के बाद ज्यादा रुपये खर्च कर यात्रा करनी पड़ती है।

    पुल का काम दिसंबर 2027 तक पूरा करना है। साइट मोबलाइजेशन और एलाइनमेंट का काम तेजी से चल रहा है। पुल बन जाने से क्षेत्रीय जनता को काफी सहूलियत मिलेगी।

    -

    -मिथिलेश कुमार, महाप्रबंधक, सेतु निगम