बास्केट के लिए बुक पप्पी का एसी कोच में दिखा ठाठ, ट्रेन में कौतूहल का बना विषय
गोरखपुर से लखनऊ जा रही अमरनाथ एक्सप्रेस में एक शिट्ज़ू पिल्ला, किट्टू, थर्ड एसी कोच में यात्रा करते हुए दिखा। टोकरी के लिए आरक्षित टिकट होने के बावजूद, वह बर्थ पर आराम से बैठा रहा, जिससे यात्रियों में कौतूहल हुआ। महिला यात्री ने उसे अपनी बर्थ पर बैठाया था। रेलवे नियमों के अनुसार पालतू जानवर को टोकरी में ले जाने की अनुमति है, लेकिन बर्थ पर नहीं।

ट्रेन के कोच नंबर बी 6 के बर्थ नंबर 51 पर आराम फरमाता पप्पी। l सौ. इंटरनेट मीडिया
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बास्केट (टोकरी) में यात्रा के लिए आरक्षित पप्पी किट्टू (शिटजू) ने थर्ड एसी बर्थ पर गोरखपुर से लखनऊ की यात्रा पूरी की। सोमवार को गोरखपुर से जम्मूतवी जा रही अमरनाथ एक्सप्रेस (12587) के कोच नंबर बी-6 के बर्थ नंबर 51 में बेडशीट और कंबल पर आराम फरमा रहा किट्टू यात्रियों के लिए कौतूहल बना रहा।
महिला यात्री ने अपनी बर्थ पर बेडशीट और कंबल बिछाकर उसे बैठाया था। वह कभी यात्रियों को देखता तो कभी बिस्किट खाने में मशगूल हो जाता। बच्चे तो उसे देखकर आनंदित थे, लेकिन महिलाएं और बुजुर्ग डरे थे कि कहीं वह छलांग लगाकर गंदगी न फैला दे। हैरत की बात है कि टिकट चेकिंग स्टाफ ने भी इसका संज्ञान नहीं लिया।
गोरखपुर में अपने मालकिन के साथ चढ़ा किट्टू लखनऊ में उतरा। उसका सीट पर बैठा वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। पुष्पागौड़ नाम की महिला यात्री ने पार्सल कार्यालय में पप्पी के लिए टिकट बुक किया था। 75 रुपये किराए में पप्पी को बास्केट में ले जाने के लिए अनुमति थी।
महिला यात्री ने अपने निर्धारित बर्थ 51 नंबर पर पप्पी को सुला दिया, जो कभी बैठ रहा था तो कभी गहरी नींद में सो रहा था। महिला यात्री के साथ दो अन्य महिलाएं भी थीं, जो 50 और 53 नंबर बर्थ पर यात्रा कर रही थीं। तीनों महिलाओं का एक ही पीएनआर पर गोरखपुर से लखनऊ के लिए टिकट बुक था।
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बास्केट या एसी फर्स्ट में यात्रा कर सकते हैं पालतू
रेलवे के नियमों के अनुसार, पालतू कुत्ते या बिल्ली ट्रेन के एसी फर्स्ट (वातानुकूलित प्रथम श्रेणी) के दरवाजे वाले केबिन में सभी बर्थ आरक्षित होने की स्थित में बिना बास्केट यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा कन्फर्म टिकट होने पर यात्री अपने पालतू को बास्केट में रखकर स्लीपर या वातानुकूलित किसी भी श्रेणी में अपने साथ यात्रा करा सकते हैं, लेकिन बर्थ पर उन्हें बैठाने या सुलाने की अनुमति नहीं है। पालतू के लिए गार्ड यान (ब्रेक वान) में भी डाग बाक्स होता है। यात्री अपने पालतू को डाग बाक्स में बुक करा सकते हैं।

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