महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह का निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार
गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. उदय प्रताप सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। प्रो. सिंह आजीवन गोरक्षपीठ को समर्पित रहे। उनके निधन से शिक्षा जगत और गोरक्षपीठ से जुड़े लोगों में शोक की लहर है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष, पूर्व कुलपति और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्ष प्रांत के पूर्व प्रांत संघचालक प्रो.उदय प्रताप सिंह का शनिवार तड़के गोरखपुर में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे।
जीवन भर गोरक्षपीठ को समर्पित रहे प्रो.यूपी सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके दो पुत्र प्रो. वीकेसिंह (गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति) और डॉ. राजीव कृष्ण सिंह (यूपी कॉलेज वाराणसी के प्रवक्ता) हैं।
प्रो.सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख जताया है। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनके शुभचिंतकों, गोरक्षपीठ और आरएसएस से जुड़े पदाधिकारियों और शिक्षा जगत के लोगों का उनके आवास पर तांता लगा है।
शिक्षा के क्षेत्र में प्रो.यूपी सिंह के कॅरियर की शुरुआत महाराणा प्रताप डिग्री कॉलेज से हुई थी। उनकी नियुक्ति तत्कालीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत दिग्विजयनाथ ने की थी। जब महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने अपने दो महाविद्यालय, गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए दे दिए तो प्रो. यूपी सिंह भी गोरखपुर विश्वविद्यालय चले गए।
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वह गणित विभाग के प्रवक्ता रहे। बाद में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति बने। अलग-अलग दायित्वों में प्रो.यूपी सिंह आजीवन गोरक्षपीठ को समर्पित रहे। वह 2018 में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष बने। अपने जीवन के अंतिम दिनों में भी वह शिक्षा परिषद के कार्यों को लेकर पूरी तरह समर्पित और क्रियाशील बने रहे।
प्रो.यूपी सिंह के निधन से महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद और गोरक्षपीठ से जुड़ी संस्थाओं में शोक की लहर है।
रविवार को राजघाट पर होगा अंतिम संस्कार, सीएम योगी रहेंगे मौजूद
प्रो. यूपी सिंह का अंतिम संस्कार रविवार (28 सितंबर) को पावन राप्ती नदी के राजघाट पर दिन में 12 बजे से होगा। इस अवसर पर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी प्रो सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए उपस्थित रहेंगे।
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