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    Railway News: गंदी चादरें छंट जाएंगी, मोबाइल की घंटी बज जाएगी; शिकायत के बाद रेलवे का एक्‍शन

    Updated: Thu, 08 Aug 2024 09:21 AM (IST)

    4676 यात्रियों ने बेडरोल से संबंधित शिकायतें रेल मदद एप और हेल्पलाइन नंबर 139 पर 2023 में जून से नवंबर तक की थीं। 1 माह में पूर्वोत्तर रेलवे के रेल मदद एप पर 12 से 13 हजार शिकायतें आई। इनमें 12 से 15 प्रतिशत बेडरोल की इतनी ही खानपान की थी। अब रेलवे बेडरोल में दागदार चादरों की शिकायतों का स्थायी समाधान करेगा।

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    गोरखपुर स्थित बेस किचन और ट्रेनों की पेंट्रीकार में एआइ प्रणाली लागू हो रही है। जागरण

    प्रेम नारायण द्विवेदी, जागरण गोरखपुर। रेलवे में अब मानवीय भूलों की भी गुंजाइश नहीं बचेगी। शिकायतें भी कम होंगी। संरक्षा और सुरक्षा मजबूत होने के साथ साफ-सफाई और खान-पान की व्यवस्था बेहतर होगी। मैकेनाइज्ड लांड्री में बेडरोल की दागदार चादरें अपने आप छंट जाएंगी।

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    ट्रेनों के पेंट्रीकार या बेस किचन कहीं भी गंदगी, चूहे या बिना वर्दी के रसोइये दिखे तो संबंधित अधिकारियों के मोबाइल की घंटी स्वत: बज जाएगी। यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने और निर्बाध सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए रेलवे ने भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) का उपयोग शुरू कर दिया है। मध्य रेलवे के पुणे मंडल की मैकेनाइज्ड लांड्री में पायलट प्रोजेक्ट के तहत एआइ की शुरुआत हो गई है।

    इंडियन रेलवे कैंटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) ने पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर स्थित बेस किचन और ट्रेनों की पेंट्रीकार में एआइ प्रणाली लागू हो रही है। प्रयोग सफल रहा तो पूर्वोत्तर रेलवे सहित सभी जोन के लांड्री, बेस किचन, पेंट्रीकार, स्टेशन स्थित वीडियो सर्विलांस सिस्टम, ट्रेन शिड्यूल, प्लान और ट्रेवल इंफार्मेंशन आदि सिस्टम में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कार्य करने लगेगा।

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    जानकारों का कहना है कि पुणे स्थित लांड्री में एआइ सिस्टम लग जाने से धुलाई के बाद प्रेस से पहले ही दागदार चादर छंट जा रही हैं। यात्रियों को साफ-सुथरे चादर मिलनी शुरू हो गई हैं। गोरखपुर में तैयार हो रही नई मैकेनाइज्ड लांड्री में भी एआइ लगाने की योजना तैयार कर ली गई है।

    गोरखपुर में बन रहे सुविधा संपन्न आधुनिक बेस किचन में एआइ प्रणाली लगाई जा रही है। एआइ प्रणाली के तहत बेस किचन में लगे सीसी कैमरे की निगरानी में नाश्ता और भोजन तैयार होंगे, जो दिल्ली के 'वार रूम' में बैठे संबंधित अधिकारियों को लाइव दिखते रहेंगे। रसोइये के सिर से कवर हटा नहीं कि अफसरों के पास सूचना पहुंच जाएगी।

    यात्रियों को साफ-सुथरा गुणवत्तायुक्त खानपान की सामग्री उपलब्ध होगी। फिलहाल, गोरखपुर में एक बेस किचन तैयार हो गया है, जिसमें एआइ कार्य करने लगा है। किचन में तैयार नाश्ता और भोजन नौ अगस्त से वंदे भारत ट्रेन में उपलब्ध कराया जाएगा।

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    आइआरसीटीसी के कलस्टर योजना के अंतर्गत गोरखपुर में 11 बेस किचन तैयार होने हैं। सभी बेस किचन में एआइ प्रणाली विकसित हो रहा है। कलस्टर योजना के तहत अब एक रूट की ट्रेनों में यात्रियों को एक तरह का नाश्ता और खाना मिलेगा।

    पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने कहा कि बदलते परिदृश्य में उत्कृष्ट यात्री सुविधा देने के लिए नित नई तकनीकी का समावेश एवं प्रयोग किया जा रहा है। इसीक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से सुविधाओं को बेहतर बनाने की शुरुआत हो गई है, आने वाले समय में इसका और बेहतर उपयोग हो सकेगा।

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