नेपाल सीमा पर बढ़ रही इस्लामिक गतिविधियां, पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी ने शुरू किया चंदा अभियान
Indo Nepal Border News उत्तर प्रदेश के नेपाल सीमा पर इस्लामिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तानी संस्था दावत-ए-इस्लामी ने चंदा जुटाने का अभियान शुरू किया है। संगठन का उद्देश्य विस्तार करना और लोगों को इससे जोड़ना है। खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि पाकिस्तानी चरमपंथी संगठन इस चंदे का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों के लिए कर सकते हैं।

सतीश पांडेय, जागरण, गोरखपुर। नेपाल सीमा पर इस्लामिक गतिविधि बढ़ाने के लिए पाकिस्तानी की संस्था दावत-ए-इस्लामी ने चंदा इकट्ठा करने के लिए अभियान शुरू किया है। इसका उद्धेश्य संगठन का विस्तार करने के साथ ही लोगों को इससे जोड़ना है। अभियान चला रहे संगठन के लोग 9500 नेपाली रुपये (6000 भारतीय रुपये) चंदा मांग रहे हैं।
इसके लिए उन्होंने दो खाता नंबर भी जारी किया है। खुफिया एजेंसी को आशंका है कि पाकिस्तान के चरमपंथी संगठन अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए इस चंदे का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधि में कर सकते हैं।
तीन नवंबर, 2024 को नेपाल के बांके जिले में नेपालगंज स्थित दावत-ए-इस्लामी के मुखिया ने आर्थिक मदद (चंदा) प्राप्त करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया। इसका उद्देश्य नेपाल के सीमावर्ती जिलों के अलावा आंतरिक क्षेत्रों में इस्लामिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ अधिकाधिक लोगों को संगठन से जोड़ना है।
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चंदा प्राप्त करने के लिए दावत-ए-इस्लामी नेपालगंज के कुमारी बैंक व सिद्धार्थ बैंक ब्रांच का दो खाता नंबर जारी किया गया है। संगठन के स्वयंसेवक विभिन्न शहरों, कस्बों के अलावा गांवों में जाकर लोगों को चंदा देने, अपने वैचारिक प्रभाव में लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
खुफिया एजेंसी को अंदेशा है कि पाकिस्तान की चरमपंथी संगठनों के लोग अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए नेपाली मुस्लिम नागरिकों में भारत विरोधी मानसिकता को बढ़ावा देने का भी कार्य कर रहे हैं। अभिसूचना विभाग की विशेष शाखा की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश में नेपाल से सटे जिलों की पुलिस को अलर्ट किया है। अधिकारियों से कहा गया है कि दावत-ए-इस्लामी की गतिविधि पर नजर रखें।
नेपाल सीमा से सटे हैं प्रदेश के सात जिले
उत्तर प्रदेश के महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, पीलीभीत व लखीमपुर खीरी जिले की 570 किलो मीटर सीमा नेपाल से सटी है। इन जिलों के 30 ऐसे थाने हैं जहां की पुलिस एसएसबी के साथ सीमा पर ज्वाइंट पेट्रोलिंग करती है।
दोनों देश में आने जाने के लिए सोनौली, खुनुवां, रुपईडीहा के अलावा 300 से अधिक पगडंडियां हैं। इन रास्तों से देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों के घुसपैठ करने की आशंका बनी रहती हैं।
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एडीजी कानून-व्यवस्था ने लिखा पत्र
अभिसूचना विभाग की विशेष शाखा की रिपोर्ट मिलने के बाद एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने पुलिस अधिकारियों के अलावा एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) के अधिकारियों को भी पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने दावत-ए-इस्लामी के चंदा जुटाने के लिए शुरू किए गए अभियान की जानकारी देते हुए गतिविधि पर नजर रखने को कहा है।
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