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    लंदन के जालसाज ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज बना भाई, दो बहनों से 26.44 लाख रुपये ठगे

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 07:24 AM (IST)

    चौरीचौरा में दो बहनें एक ऑनलाइन ठगी का शिकार हुईं। लंदन से आए एक फ्रेंड रिक्वेस्ट के बाद, ठगों ने खुद को भाई बताकर गिफ्ट भेजने के नाम पर उनसे 26.44 लाख रुपये ठग लिए। गिफ्ट छुड़ाने और गिरफ्तारी से बचाने के बहाने पैसे मांगे गए। साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    संवाद सूत्र मुंडेरा बाजार। लंदन से आए एक फर्जी फ्रेंड रिक्वेस्ट ने चौरीचौरा क्षेत्र की दो बहनों को साइबर ठगी का शिकार बना दिया। आनलाइन ठगों ने खुद को लंदन निवासी बताकर ‘भाई-बहन’ का रिश्ता जोड़ लिया और गिफ्ट भेजने के नाम पर विश्वास जीत लिया। इसके बाद गिफ्ट छुड़ाने, कस्टम टैक्स और गिरफ्तारी से बचाने का झांसा देकर दोनों बहनों से 26 लाख 44 हजार 998 रुपये हड़प लिए। परेशान पीड़िताओं ने साइबर थाना में अज्ञात जालसाजों के विरुद्ध केस दर्ज कराया है।

    नगर पंचायत चौरी चौरा के तहसील रोड निवासी अंजू वर्मा ने बताया कि 22 अप्रैल 2024 को उनकी बहन खुशबू के मोबाइल पर अमन नाम से एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आया, जिसे गलती से स्वीकार कर लिया गया। अमन ने खुद को लंदन निवासी बताया और कहा कि उसकी कोई बहन नहीं है, इसलिए वह दोनों बहनों को अपनी बहन मानता है। कुछ दिनों तक पारिवारिक बातें करने के बाद उसने 25 अप्रैल को कहा कि वह अपना जन्मदिन मना रहा है और गिफ्ट भेज रहा है।

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    28 अप्रैल को खुशबू के मोबाइल फोन पर हिमांशु खरे नाम के एक डिलीवरी ब्वाय का फोन आया। उसने बताया कि लंदन से आया गिफ्ट मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंच गया है और उसे छुड़ाने के लिए 17 हजार रुपये डिलीवरी चार्ज देने होंगे। उसने एक स्कैनर कोड भेजा, जिस पर पीड़िता ने रुपये ट्रांसफर कर दिए।

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    कुछ देर बाद फिर फोन आया कि पार्सल में सोने-हीरे के गहने हैं, जिसे कस्टम विभाग ने रोक लिया है और छुड़ाने के लिए 50 हजार रुपये और देने होंगे। बहनों ने किसी तरह रकम की व्यवस्था कर वह भी भेज दिया, लेकिन पार्सल नहीं पहुंचा।

    इसके बाद ठगों ने डराने और धमकाने का सिलसिला शुरू कर दिया। कभी कस्टम अधिकारी तो कभी सीबीआई अधिकारी बनकर रुपये की मांग करते रहे। ठगों ने यह झांसा भी दिया कि लंदन से आए अमन को मुंबई में गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे छुड़ाने के लिए रुपये भेजने होंगे। बहनों ने अजनबी को बचाने की नीयत से एक-एक कर अपने सारे गहने बेच दिए और कुल 26.44 लाख रुपये अलग-अलग खातों में भेज दिए।

    पीड़िता अंजू वर्मा ने बताया कि उनका पति विदेश में रहता है और ठगों ने उनकी भावनाओं का फायदा उठाया। अब वे लगातार बीमा (इंश्योरेंस) के नाम पर 25 लाख रुपये और मांग रहे हैं। ठगी की पूरी रकम उन्होंने एक परिचित के माध्यम से ठगों द्वारा दिए गए अलग-अलग बैंक खातों में जमा कराई थी।

    साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस साइबर ट्रांजेक्शन और बैंक खातों के माध्यम से ठगों का सुराग लगाने में जुटी है। साथ ही साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्क रहने की अपील की है।