Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जल संरक्षण की योजनाओं का मूल्यांकन करने पहुंची केंद्रीय टीम, NIUA की पांच सदस्यीय टीम ने की जांच

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 11:10 AM (IST)

    नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स की टीम ने गोरखपुर में जल संरक्षण और शहरी विकास परियोजनाओं का मूल्यांकन किया। टीम ने गोड़धोइया नाला परियोजना का निरीक्षण किया और कई सुझाव दिए, जैसे कि नाले के किनारे बेंच और झूले लगाना। टीम रामगढ़ताल और अन्य स्थलों का भी दौरा करेगी। निरीक्षण के बाद, टीम एक रिपोर्ट भेजेगी जिससे शहर के विकास को टिकाऊ बनाया जा सके।

    Hero Image

    गोड़धोइया नाले का निरीक्षण करते एनआइयूए की टीम के सदस्य। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शहर में जल संरक्षण, शहरी बाढ़ प्रबंधन और नदी किनारे विकास से जुड़ी परियोजनाओं की प्रगति का मूल्यांकन करने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ अर्बन अफेयर्स (एनआइयूए) की पांच सदस्यीय टीम गोरखपुर पहुंची। टीम के दौरे का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शहरी विकास के प्रयासों के दौरान स्थानीय जल स्रोतों, जलीय जीवों और वनस्पतियों को संरक्षित किया जा सके।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के अधीन काम करने वाली यह संस्था वाटर रेजिलिएंट सिटीज एवं रिवर सिटी एलायंस की प्रमुख सहयोगी भी है। मंगलवार को टीम ने निर्माणाधीन गोड़धोइया नाला परियोजना का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, टीम ने नाले के किनारे प्रस्तावित सड़क पर बेंच और बच्चों के लिए झूले लगाने का रचनात्मक सुझाव दिया। इसके अतिरिक्त, टीम ने राजघाट पर एक भजन स्थल विकसित करने की सलाह भी दी।

    अपने प्रवास के दौरान एनआइयूए के प्रतिनिधि नगर निगम के अधिकारियों के साथ मिलकर अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा करेंगे और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे। टीम गोड़धोइया नाला, रामगढ़ताल, चिलुआताल, एकला बांध और राजघाट सहित विभिन्न प्रमुख स्थलों का निरीक्षण कर रही है। शहरी बाढ़ को रोकने के लिए अपनाए गए उपायों की समीक्षा भी इस दौरे के दायरे में है।

    यह भी पढ़ें- डिपार्टमेंटल प्रमोशन परीक्षा में बैठेंगे 304 अभ्यर्थी, कंप्यूटर बेस्ड होगा टेस्ट; 13 दिसंबर को CBT

    अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा ने बताया कि निरीक्षण और चर्चाओं के बाद, टीम एक विस्तृत रिपोर्ट भेजेगी, जिसमें शहर में चल रही परियोजनाओं पर आवश्यक सुधार और भविष्य में अपनाए जाने वाले उपायों के सुझाव शामिल होंगे।

    इस रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी, जिससे गोरखपुर के शहरी विकास को एक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल दिशा मिलेगी। निरीक्षण के दौरान एनआइयूए की टीम के वैज्ञानिक राहुल सचदेवा, सिमरन प्रीत कौर, सहायक नगर आयुक्त अविनाश प्रताप सिंह, अधिशासी अभियंता अशोक कुमार भाटी आदि मौजूद रहे।