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    Gorakhpur News: 80 रुपये की चॉकलेट में जिंदा कीड़े निकलने से हड़कंप, Nestle कंपनी को नोटिस जारी

    नेस्ले के किटकैट चॉकलेट में जिंदा कीड़े मिलने से हड़कंप मच गया है। गोरखपुर के असुरन चौराहा स्थित एटूजेड मार्ट से खरीदे गए 80 रुपये के चॉकलेट में कीड़े रेंगते देख बच्चों ने शोर मचाया। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने जांच की और पाया कि चॉकलेट में पैकिंग के दौरान ही कीड़े घुस गए थे। नेस्ले कंपनी को नोटिस जारी कर जांच के निर्देश दिए गए हैं।

    By Durgesh Tripathi Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 29 Dec 2024 02:35 PM (IST)
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    नेस्ले कंपनी के किटकैट ब्रांड चॉकलेट में कीड़े मिलने से हड़कंप मच गया है। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। नेस्ले कंपनी के किटकैट ब्रांड के 80 रुपये कीमत के चाकलेट में कीड़े रेंगते मिले। रैपर खोलने के बाद कीड़े दिखे तो बच्चों ने शोर मचाया। स्वजन चाकलेट लेकर असुरन चौराहा के पास स्थित एटूजेड मार्ट पहुंचे। सूचना पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम भी जांच के लिए पहुंची। प्रथम दृष्टया चाकलेट में कंपनी में निर्माण के दौरान ही कीड़े पहुंचने की पुष्टि हुई है। इसकी वजह यह कि रैपर में कोई छेद नहीं मिला। चाकलेट के अंदर कीड़ों के खाने के कारण कई छेद दिखे।

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    असुरन के भेड़ियागढ़ निवासी राजीव सिंह कांट्रैक्टर हैं। 24 दिसंबर को उन्होंने एटूजेड मार्ट से केक और 80-80 रुपये वाले तीन चाकलेट खरीदे थे। शनिवार को बीटेक कर रही उनकी बेटी रीतिका सिंह और बीए कर रही वैष्णवी सिंह ने खाने के लिए दो चाकलेट खोले।

    एक चाकलेट का रैपर फाड़ते ही सफेद रंग के कीड़े रेंगते दिखे तो दोनों ने शोर मचाया। परिवार के लोगों को जानकारी दी गई। इसके बाद राजीव सिंह अपने भाई आनंद सिंह पिंटू के साथ एटूजेड मार्ट पर पहुंचे। आरोप है कि पहले तो दुकानदार ने चार दिन पहले चाकलेट बिक्री की बात की।

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    इस पर राजीव सिंह ने दुकान में महीनों चाकलेट रखने की बात कही। राजीव सिंह की सूचना पर सहायक आयुक्त खाद्य डा. सुधीर कुमार सिंह ने खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को जांच के लिए भेजा। रीतिका और वैष्णवी ने भविष्य में चाकलेट खाने से मना कर दिया है।

    चॉकलेट। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)


    डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि चाकलेट में पहले से ही छेद मिले हैं और रैपर भी पूरी तरह सुरक्षित है। इसका मतलब यह है कि पैकिंग के समय ही कीड़े चाकलेट में घुस गए होंगे। 20 पैकेट खोलकर चेक किया गया लेकिन सब ठीक मिले। डिस्ट्रीब्यूटर ने चाकलेट आपूर्ति की बात स्वीकार की है। नेस्ले कंपनी को नोटिस जारी किया जा रहा है। कंपनी से कहा गया है कि वह कीड़े मिले बैच के सभी चाकलेट की जांच जरूर कराएं।

    केक पर सजावट का सामान खाए तो तबीयत होगी खराब

    गोरखपुर: केक पर सजावट करने वाली सामग्री अखाद्य मिली हैं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने शनिवार को बड़ा इमामबाड़ा के पास एएमए एसोसिएट्स की जांच की तो कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। यहां से नौ नमूने जांच के लिए लिए गए हैं। यहां से केक के सजावटी सामान की आपूर्ति की जाती है।

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    सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि केक के ऊपर सिल्वर बाल का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जाता है। यह बाल अखाद्य है लेकिन इसे लोग मीठा समझकर खा जाते हैं। केक जितना रंगीन होता है, उसमें उतने ही केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। केक की क्रीम पाम आयल, रिफाइंड आयल से बनाई जाती है। इसे केमिकल की मदद से तैयार किया जाता है। यह भी स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होती है।