Cancelled Trains: ट्रेनों के निरस्तीकरण ने बिगाड़ा प्लान, 75 ट्रेनें कैंसिल होने से स्टेशन पर पसरा सन्नाटा
Cancelled Trains नान इंटरलाकिंग के चलते 13 सितंबर तक 75 ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। 11 ट्रेनें मार्ग बदलकर चलाई जाएंगी। 18 गाड़ियां रास्ते में रोककर चलाई जाएंगी। जिसके चलते पूर्वांचल के हजारों लोगों की यात्रा की योजना बिगड़ गई है। जानकारी के अभाव में स्टेशन पहुंचे लोगों को काफी परेशानी हुई। अधिकतर लोग लौटे तो कुछ ने दूसरी ट्रेनों में शरण ली।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट पर बुधवार को दिन में 03:30 बजे के आसपास महेंद्र व चंद्रशेखर मायूस बैठे थे। पूछने पर बताने लगे, इंटरसिटी से वाराणसी जाना था। स्टेशन पहुंचे तो पता चला कि ट्रेन निरस्त है। अब बस से जाने की सोच रहे हैं। यह कहते हुए दोनों रोडवेज स्टेशन की तरफ बढ़ गए। सिर्फ यही दोनों ही नहीं, ट्रेनों का संचालन प्रभावित होने से पूर्वांचल के हजारों लोगों की यात्रा की योजना बिगड़ गई है। जानकारी के अभाव में अधिकतर स्टेशन पर पहुंच गए। कुछ लौट आए तो कई ने दूसरी ट्रेनों में शरण ली। जो ट्रेनें चल रही हैं, उनके जनरल कोचों में पैर रखने की जगह नहीं बच रही। गोरखधाम एक्सप्रेस के जनरल कोच में अधिकतर यात्री चढ़ ही नहीं पाए। पूछताछ व जनरल टिकट काउंटरों पर भीड़ लगी रही। दूर-दराज गांवों से दिल्ली, पंजाब, जम्मू व पुणे जाने वाले लोग परेशान रहे।
13 सितंबर तक 75 ट्रेनें निरस्त
नरकटियागंज, छपरा व वाराणसी रूट के यात्री भी भटकते हुए नजर आए। सैकड़ों लोग प्रतीक्षालय में इंतजार कर रहे थे। बड़ी संख्या में ट्रेनों के निरस्तीकरण के चलते एक, दो व नौ को छोड़कर लगभग सभी प्लेटफार्मों पर सन्नाटा पसरा रहा। लोगों की यह परेशानी 11 सितंबर तक रहेगी। गोरखपुर कैंट स्टेशन यार्ड और कैंट से कुसम्ही तक तीसरी रेल लाइन की नान इंटरलाकिंग चल रही है। 11 सितंबर को अंतिम दिन रेल संरक्षा आयुक्त निरीक्षण कर स्पीड ट्रायल करेंगे। नान इंटरलाकिंग के चलते 13 सितंबर तक 75 ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। 11 ट्रेनें मार्ग बदलकर चलाई जाएंगी। 18 गाड़ियां रास्ते में रोककर चलाई जाएंगी।
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एनईआर की पहली तीसरी लाइन पर चलने लगेंगी ट्रेनें
11 सितंबर को रेल संरक्षा आयुक्त के स्पीड ट्रायल के बाद कैंट से कुसम्ही स्टेशन के बीच 10 किमी. पूर्वोत्तर रेलवे एनईआर की पहली तीसरी रेल लाइन पर ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। कुसम्ही से गोरखपुर होते हुए डोमिनगढ़ तक तीसरी लाइन बिछाई जा रही है। आने वाले दिनों में खलीलाबाद से बैतालपुर तक तीसरी लाइन का विस्तार किया जाएगा। डोमिनगढ़ से खलीलाबाद तक लिडार सर्वे पूरा हो गया है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार किया जा रहा है।
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सैटेलाइट रेलवे स्टेशन बन जाएगा गोरखपुर कैंट
यार्ड रिमाडलिंग और नान इंटरलाकिंग के बाद कैंट स्टेशन सैटेलाइट के रूप में विकसित हो जाएगा। स्टेशन भवन पुराने से नए भवन में चला जाएगा। इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम लागू हो जाएगा। ट्रेनें पैनल के बटन की जगह कंप्यूटर के माउस, यानी अंगुलियों के इशारे से चलनी शुरू हो जाएंगी। दुर्घटनाओं और ट्रेनों के विलंबन पर अंकुश लगेगा। कैंट से ही लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। यात्रियों को उच्चस्तरीय सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।
यात्रियों के इंतजार में पर उदास बैठे रहे कुली
ट्रेनों के निरस्तीकरण और मार्ग परिवर्तन ने आमजन ही नहीं, कुलियों व वेंडरों को भी प्रभावित किया है। कुली भी गेटों पर यात्रियों के इंतजार में उदास बैठे थे। शहाबुद्दीन का कहना था कि अगस्त में यात्री ही नहीं मिले हैं। अब तो स्थिति और खराब हो गई है। रोजी-रोटी पर संकट गहरा गया है। प्लेटफार्मों पर स्थित खानपान स्टालों पर भी सन्नाटा पसरा था। वेंडरों की बिक्री भी प्रभावित हो गई है।