जिन्हें खुद थी दरकार, वह बने दूसरों के मददगार; पुलिस के नया सवेरा योजना का ऐसे उठा रहे लाभ
पुलिस के सवेरा एप पर 15153 वरिष्ठ नागरिक पंजीकृत हैं। जिनकी मदद के लिए इनका मोबाइल फोन नंबर व घर का लोकेशन डायल 112 के कंट्रोल में फीड है। ऐसे में इनके फोन या एक मिस्ड कॉल करते ही पुलिस मदद को पहुंच जाती है। चार वर्ष में योजना में पंजीकरण कराने वाले 1365 लोगों ने 2547 बार पुलिस बुलाई लेकिन आसपास रहने वालों की मदद के लिए।

सतीश पांडेय, गोरखपुर। अकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों का ख्याल रखने के लिए पुलिस ने सवेरा योजना में 15153 लोगों को पंजीकृत किया है। इन लोगों का मोबाइल फोन नंबर व घर का लोकेशन डायल 112 के कंट्रोल में फीड है। फोन करते ही पुलिस इनके यहां 10 मिनट के भीतर मदद को पहुंचती है। चार वर्ष में योजना में पंजीकरण कराने वाले 1365 लोगों ने 2547 बार पुलिस बुलाई लेकिन आसपास रहने वालों की मदद के लिए। आपातकाल अपने लिए दवाई, सामान या किसी अन्य जरूरत के लिए किसी का फोन नहीं आया।
इस वजह से चलाई जा रही है नया सवेरा योजना
घर में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की मदद के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस नया सवेरा योजना चला रही है। एक जनवरी 2019 से 21 नवंबर 2023 के बीच जिले के 28 थानाक्षेत्र में अकेले रहने वाले 15153 वरिष्ठ नागरिकों ने डायल 112 में अपना पंजीकरण कराया। इन लोगों का नाम व पता कंट्रोल रूम में फीड किया गया है। इन लोगों के फोन करने या मिस्ड काल करने पर स्थानीय थाना व डायल 112 की टीम 10 मिनट के भीतर मौके पर पहुंचती है। चार वर्ष में वरिष्ठ नागरिकों ने सबसे 495 बार पुलिस को आसपास में हुए आपसी विवाद को सुलझाने के लिए बुलाया है।
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कंट्रोल रूम में दी गई सूचना
- आपसी विवाद - 595
- संपत्ति विवाद - 330
- धमकी देने पर - 269
- घरेलू हिंसा - 244
- हत्या के प्रयास - 154
- चोरी होने की - 102
- अवैध खनन - 96
- अतिक्रमण की - 71
- दुर्घटना होने की - 71
- डकैती - 45
- महिला उत्पीड़न - 48
- प्रदूषण - 38
- ट्रैफिक जाम - 38
- गुमशुदगी - 13
- आग लगने की सूचना - 12
- बच्चों से अभद्रता - 12
क्या कहती हैं अधिकारी
नया सवेरा योजना में 28 थानाक्षेत्रों में 60 वर्ष से अधिक उम्र के 15153 वरिष्ठ नागरिकों ने अपना पंजीकरण कराया है।यह लोग घर पर अकेले रहते हैं।इनका नाम पता लेकर स्थानीय थाने की पुलिस ने डायल 112 के कंट्रोल रूम में पंजीकृत कराया है। पंजीकृत हुए लोग जब चाहे अपने मोबाइल नंबर से डायल 112 पर फोन कर पुलिस की मदद ले सकते हैं।पिछले चार वर्ष में अभी तक किसी ने अपने लिए कोई मदद नहीं मांगी है। -इंदु प्रभा सिंह, एसपी क्राइम
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